Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: ग्रेटर नोएडा की बिसरख थाना पुलिस ने एक ऐसे ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो लोगों को नोट बदलने का लालच देकर लाखों रुपये की ठगी करता था। पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से ₹4,83,500 नकद और तीन लग्जरी कारें बरामद की हैं। मामला चैरी काउंटी, बिसरख का है, जहां पीड़ितों से पेट्रोल पंप पर ठगी की गई थी।
ठगी का तरीका: लालच दो, बैग लो और भाग जाओ
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्तिमोहन अवस्थी ने बताया कि ठगों ने पीड़ित रोबिन और विवेक मिश्रा को फंसाया। गिरोह के सदस्य पवन कुमार मिश्रा ने पीड़ितों को 10 लाख की 500-500 की नोटें देने के बदले 12 लाख की 100-200 की छोटी नोटों का झांसा दिया।
1 जुलाई 2025 को, चैरी काउंटी के पास एक पेट्रोल पंप पर बैग दिखाने के बहाने ठगों ने पैसा छीन लिया और तीन अलग-अलग गाड़ियों से फरार हो गए।
गिरफ्तारी और जब्ती
5 जुलाई 2025 को, बिसरख पुलिस ने रोजा याकूबपुर के पास 6 प्रतिशत प्लॉट एरिया में तीन अभियुक्तों को धर दबोचा:
लोकेश मिश्रा उर्फ अनिल शर्मा (निवासी निवाड़ी, मध्य प्रदेश)
पवन कुमार मिश्रा (निवासी अमेठी, उत्तर प्रदेश)
संजीव (निवासी जींद, हरियाणा)
इनके पास से ठगी की रकम और तीन कारें – सिलेरियो, आई-20 और स्कॉर्पियो बरामद की गईं।
पूछताछ में खुलासा: गैंग का मास्टरमाइंड और काम का तरीका
पूछताछ में खुला कि गिरोह का मास्टरमाइंड लोकेश मिश्रा उर्फ अनिल शर्मा है, जो पहले भी गाजियाबाद और झांसी में ठगी के मामलों में जेल जा चुका है। पवन मिश्रा अमीर लोगों को टारगेट करता था और संजीव सहयोगी की भूमिका में रहता था। सभी मिलकर नियोजित ढंग से वारदात को अंजाम देते थे।
अपराधियों का रिकॉर्ड
लोकेश मिश्रा: पुराने ठगी मामलों में दो बार जेल जा चुका
पवन मिश्रा: लॉजिस्टिक बिजनेस की आड़ में पहली बार गिरफ्तार
संजीव: पहली बार पुलिस के हत्थे चढ़ा
पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना
गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट की तेज कार्रवाई की स्थानीय निवासियों ने खुलकर सराहना की है। पुलिस ने जानकारी दी कि अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है और केस में आगे की जांच तेजी से जारी है।