Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: हरियाली और स्वच्छता की मिसाल बन चुके ग्रेटर नोएडा को और बेहतर बनाने के लिए अब प्राधिकरण ने एक और सख्त पहल शुरू कर दी है। शहर में फैले बल्क वेस्ट जेनरेटरों (BWG) पर निगरानी बढ़ाते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने आठ टीमों का गठन कर निरीक्षण शुरू कर दिया है। यह टीमें कूड़ा प्रबंधन के नियमों की जांच करेंगी और गड़बड़ी मिलने पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के तहत कार्रवाई करेंगी।
इस मुहिम की अगुवाई खुद प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देशों पर हो रही है। एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस की देखरेख में स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार से इस विशेष निरीक्षण अभियान की शुरुआत की है।
क्या हुआ पहले दिन के निरीक्षण में?
सेक्टर 4, ग्रेटर नोएडा वेस्ट: गौड़ संस हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर में कूड़ा प्रबंधन संतोषजनक मिला।
टेकजोन-4: अम्रपाली लेजर वैली में गड़बड़ी मिलने पर जुर्माना लगाया गया।
ईकोटेक-2: एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स में प्रबंधन उचित पाया गया।
नॉलेज पार्क-3: शारदा विश्वविद्यालय पर ₹52,000 का जुर्माना।
सेक्टर-27 (REP): एआर लैंडक्राफ्ट पर ₹30,200 की पेनल्टी।
कोटेक-11: हल्दीराम स्नैक्स का निर्माण जारी, निरीक्षण पूर्ण।
म्यू-1: गोल्डन जीएई इंस्टिट्यूट में निर्माणाधीन कार्य।
ईकोटेक-1: होंडा कार्स इंडिया के परिसर में कोई वेस्ट नहीं मिला।
एसीईओ की अपील:
श्रीलक्ष्मी वीएस ने सभी बल्क वेस्ट जेनरेटरों से अपील की है कि वे कूड़े के निस्तारण की व्यवस्था स्वयं करें और प्राधिकरण की टीमों को बार-बार हस्तक्षेप करने की नौबत न आने दें। यदि भविष्य में भी खामियां पाई जाती हैं, तो सॉलिड वेस्ट रूल्स के तहत जुर्माना और कार्रवाई जारी रहेगी।