Greater Noida News/ BT News : ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ज़मीन पर लगातार फैल रहे अतिक्रमण और अवैध कॉलोनियों को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है। सामाजिक संगठनों और जागरूक नागरिकों ने प्राधिकरण को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि अतिक्रमण विरोधी अभियानों में बाधा डालने वाले तथाकथित किसान संगठनों और उनके पीछे सक्रिय कॉलोनी काटने वाले ठेकेदारों की तत्काल पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन में बताया गया है कि जब प्राधिकरण की टीम ज़मीन से अवैध कब्जा हटाने पहुंचती है, तब कुछ स्वयंभू संगठन टीम से अभद्रता करते हैं और कार्य रोकने का प्रयास करते हैं। ऐसे संगठनों की आड़ में कई बार खनन जैसे गैरकानूनी काम भी संचालित किए जाते हैं, जिससे न केवल शहरी विकास प्रभावित होता है, बल्कि आम जनता भी ठगी का शिकार होती है।
सनी यादव को हटाने की साजिश का भी खुलासा, जनसमर्थन में उठी आवाज़
ज्ञापन में विशेष रूप से प्राधिकरण के अधिकारी सनी यादव का उल्लेख करते हुए बताया गया कि उन्होंने जब अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई की, तो उन्हें झूठे आरोपों में फंसाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। इतना ही नहीं, कुछ लोग उन्हें हटवाने की साजिश भी कर रहे हैं ताकि उनके अवैध काम बेरोकटोक चलते रहें।
स्थानीय समाजसेवियों का कहना है कि ग्रेटर नोएडा जैसे विकसित हो रहे क्षेत्र को ऐसे ही निष्पक्ष और ईमानदार अधिकारियों की जरूरत है, जो विकास और जनहित के बीच संतुलन बनाए रखें। ज्ञापन में मांग की गई है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्राधिकरण की टीम को विशेष सुरक्षा दी जाए और आमजन को भी जागरूक किया जाए कि कहां वैध प्लॉटिंग हो रही है।
अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई
– सनी यादव, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रोजेक्ट मैनेजर, ने भानौता गाँव (40,000 वर्गमीटर, ₹80 करोड़ की ज़मीन) सहित कई अवैध कॉलोनियों को हटाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
– अम्का गाँव जैसे इलाकों में अतिक्रमण हटाते समय उनकी टीम पर हमला भी हुआ।
जनता की मांग
– सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि ईमानदार अधिकारियों को सुरक्षा दी जाए
अवैध माफिया/कॉलोनाइजर्स के खिलाफ:
1. हिंसक विरोध और धमकी
– अवैध कब्जाधारकों ने प्राधिकरण की टीम पर हमला किया, अधिकारियों को बंधक बनाने की कोशिश की और कार्यवाही रोकने के लिए गुंडागर्दी की।
– कुछ स्वयंभू किसान संगठन अवैध खनन और कॉलोनियां बसाने वालों को संरक्षण देते हैं।
2. झूठे प्लॉट बेचकर जनता को ठगना
– बिना मंजूरी के ज़मीन काटकर बेची जाती है, जिससे खरीदारों को धोखा होता है।
ग्रेटर नोएडा में अतिक्रमण और अवैध निर्माण के खिलाफ जनआंदोलन तेज होता नजर आ रहा है। जहां एक ओर आम नागरिक और समाजसेवी पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ईमानदार अधिकारियों को दबाने की साजिशें इस संघर्ष को और भी ज़रूरी बना देती हैं। अब देखना होगा कि प्राधिकरण इन मांगों पर कितनी तत्परता से कार्रवाई करता है।
🔴 ग्रेटर नोएडा अतिक्रमण विवाद | प्रशासन को सौंपा गया ज्ञापन @OfficialGNIDA
– ईमानदार अधिकारी सनी यादव के समर्थन में समाजसेवी संजय भाटी पहुंचे प्राधिकरण SDM ऑफिस
– अवैध कॉलोनियों के ठेकेदारों और उनके सरंक्षक संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
– ज्ञापन में कहा– “सनी यादव जैसे… pic.twitter.com/WAWlTRFYeP— BT News |Bharatiya Talk| (@BharatiyaTalk) June 30, 2025