Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: इलाज में देरी और अस्पताल की लापरवाही एक बार फिर एक महिला की जान पर भारी पड़ी। ग्रेटर नोएडा के सोहरखा गांव निवासी 28 वर्षीय सपना कुमारी की डिलीवरी के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि सपना को समय पर सही इलाज नहीं दिया गया और मौत के बाद भी उसे रेफर कर दिखाने की कोशिश की गई कि महिला की जान रास्ते में गई।
घटना 28 जून की सुबह की है, जब सपना को प्रसव पीड़ा के बाद उनके पति रोहित जिला अस्पताल सेक्टर-39 लेकर पहुंचे। जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया कि डिलीवरी में अभी 15 दिन शेष हैं। इसी दौरान एक आशा कार्यकर्ता ने उन्हें नवजीवन अस्पताल (कुलेसरा) भेज दिया, जहां रात 11:40 बजे सपना ने एक बेटे को जन्म दिया।
इसके बाद सपना की तबीयत बिगड़ने लगी लेकिन परिजनों के अनुसार अस्पताल ने न समय पर जांच कराई और न गंभीरता दिखाई। 29 जून की रात महिला की हालत गंभीर होने पर अस्पताल प्रशासन ने उसे सेक्टर-71 के एक निजी अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन परिजनों का दावा है कि तब तक सपना की मौत हो चुकी थी।
परिजन ज्ञानेंद्र ने बताया कि एंबुलेंस में लगातार इंजेक्शन दिए जाते रहे, लेकिन अस्पताल के कर्मियों ने पहले ही दम तोड़ चुकी सपना को रेफर कर यह दिखाने की कोशिश की कि मौत दूसरी जगह हुई है। जब यह बात परिजनों को समझ आई तो उन्होंने नवजीवन अस्पताल पहुंचकर हंगामा किया।
ईकोटेक-3 कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। अब रोहित का पूरा परिवार गहरे शोक में है। उनकी पहली संतान, तीन साल की बेटी, अपनी मां को बार-बार ढूंढती नजर आई।
परिजनों ने जिलाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषी अस्पताल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। एसीपी सेंट्रल नोएडा बीएस वीर ने बताया कि शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। डीएम को पत्र लिखकर मेडिकल जांच की मांग की गई है, जिसकी रिपोर्ट के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।