Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़ : ग्रेटर नोएडा में क्राइम ब्रांच गौतमबुद्धनगर और दादरी कोतवाली पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में गोमांस तस्करी के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में दो प्रमुख तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जिनकी पहचान अलीगढ़ स्थित अलतबारक फ्रोजन फूड प्राइवेट लिमिटेड के जनरल मैनेजर फराज खान और मीट एक्सपोर्ट मैनेजर रेहान खान के रूप में हुई है। यह कार्रवाई 24 फरवरी 2025 को हुई, जब पुलिस ने गोमांस को भैंस के मांस की पैकिंग में छिपाकर विदेशों में निर्यात करने की साजिश का खुलासा किया।
तस्करी का तरीका: लावारिस गोवंश से प्रतिबंधित मांस की आपूर्ति
जांच में सामने आया कि आरोपी लावारिस गोवंश को अवैध रूप से काटते थे और गोकशी करने वाले अन्य अपराधियों से प्रतिबंधित गोमांस खरीदते थे। इस मांस को भैंस के मांस के रूप में पैक कर अलतबारक फ्रोजन फूड प्राइवेट लिमिटेड के जरिए तस्करी की जाती थी। मांस को पहले कार्नफ्रेश प्राइवेट लिमिटेड द्वारा खरीदा जाता था, फिर इसे एसपीजे कोल्ड स्टोरेज में रखा जाता था। पुलिस ने कोल्ड स्टोरेज की तलाशी ली तो वहां से बरामद मांस की जांच में यह पुष्टि हुई कि यह गोवंश का प्रतिबंधित मांस था।
पुलिस की कार्रवाई: मामला दर्ज, जांच जारी
डीसीपी अपराध शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि इस अवैध मांस तस्करी और व्यापार के खिलाफ दादरी कोतवाली में मामला दर्ज कर लिया गया है। दोनों आरोपियों, फराज खान और रेहान खान, को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस इस रैकेट से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश में जुटी है और पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए गहन जांच कर रही है। अलतबारक फ्रोजन फूड प्राइवेट लिमिटेड की संलिप्तता पाए जाने के बाद इस कंपनी पर भी कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
पिछले साल का मामला: 185 टन गोमांस नष्ट
यह पहली बार नहीं है जब दादरी क्षेत्र में गोमांस तस्करी का मामला सामने आया हो। पिछले साल 9 नवंबर 2024 को लुहारली टोल पर गोरक्षकों ने पश्चिम बंगाल से आ रहे एक ट्रक को रोका था और मांस की जांच की मांग की थी। पुलिस ने ट्रक को रोककर मांस के नमूने पशु चिकित्सा विभाग की मदद से मथुरा लैब भेजे थे। जांच में गोमांस की पुष्टि होने पर कोल्ड स्टोर के चेंबर नंबर-5 से 153 टन और ट्रक से 32 टन मांस बरामद हुआ था। इस मांस को दादरी नगर पालिका की खाली जमीन पर ले जाकर नष्ट कर दिया गया था। उस मामले में कोल्ड स्टोर मालिक पूरन जोशी, मीट एक्सपोर्ट कंपनी के निदेशक मोहम्मद खुर्शिदुन नबी, कोल्ड स्टोर मैनेजर अक्षय सक्सेना, ट्रक चालक शिव शंकर और हेल्पर सचिन सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
प्रशासनिक कार्रवाई: अधिकारियों पर गाज
पिछले मामले में पुलिस और प्रशासन पर भी सवाल उठे थे। दादरी के तत्कालीन एसएचओ सुजीत उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया था, जबकि एसीपी अमित प्रताप सिंह को लाइन हाजिर किया गया था। पुलिस आयुक्त ने पूरे मामले की जांच अपर पुलिस आयुक्त ट्रैफिक को सौंपी थी। इसके अलावा, कोल्ड स्टोर का लाइसेंस भी निलंबित कर दिया गया था। इस बार भी पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए नेटवर्क के सभी सदस्यों को पकड़ने की कवायद शुरू की है।