Dadri News : दादरी के कैलाशपुर गांव में एक दलित परिवार की बहू कोमल और उसके नवजात शिशु की मौत को एक महीना बीत चुका है। लेकिन, परिवार का आरोप है कि अभी तक उन्हें न्याय नहीं मिला है। कोमल के पति और परिवार का कहना है कि कृष्णा हॉस्पिटल दादरी के डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उनकी बहू और नवजात की जान गई।
अस्पताल की लापरवाही से गई जान?
परिवार के अनुसार, कोमल को डिलीवरी के लिए 2 जनवरी की रात 8 बजे का समय दिया गया था। लेकिन, जब परिवार शाम 6 बजे अस्पताल पहुंचा, तो उन्हें बताया गया कि डॉक्टर उपलब्ध नहीं हैं। रात 2 बजे, परिवार को पता चला कि कोमल को परेशानी हो रही है। उन्होंने डॉक्टर से मिलकर ऑपरेशन करने को कहा, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें बताया कि अस्पताल में ऑपरेशन के लिए पर्याप्त साधन नहीं हैं। अगली सुबह 6 बजे, जब कोमल की हालत बहुत खराब हो गई, तो डॉक्टर ने परिवार को उसे दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए कहा। दूसरे अस्पताल में पहुंचने पर, डॉक्टरों ने बताया कि कोमल और बच्चे दोनों की मौत हो चुकी है। परिवार का आरोप है कि कृष्णा हॉस्पिटल के स्टाफ ने कोमल के साथ गलत तरीके से जबरदस्ती की, जिसके कारण उसे बहुत ब्लीडिंग और दर्द हुआ।
न्याय की गुहार
इस घटना के बाद, कोमल के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाया है। परिवार का कहना है कि वे न्याय चाहते हैं और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
जांच जारी
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने अस्पताल के स्टाफ से पूछताछ की है और कोमल के मेडिकल रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही इस मामले में कार्रवाई करेंगे।
समाजवादी पार्टी का समर्थन
समाजवादी पार्टी युवजनसभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अक्षय भाटी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि वे इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से मिलेंगे।
परिवार को न्याय का इंतजार
कोमल के परिवार को अभी भी न्याय का इंतजार है। उन्हें उम्मीद है कि पुलिस और प्रशासन उनकी शिकायत पर ध्यान देंगे और उन्हें न्याय दिलाएंगे।