Gurugram Tennis Player Murder: गुरुग्राम की एक होनहार बेटी… इंटरनेशनल टेनिस प्लेयर… स्टेट चैंपियन… और एक उभरती हुई कोच — राधिका यादव की जिंदगी एक भयानक मोड़ पर खत्म हो गई। 22 वर्षीय राधिका की मौत किसी सड़क हादसे या बीमारी से नहीं, बल्कि उसके ही पिता की गोलियों से हुई।
पुलिस जांच और एफआईआर से जो सच सामने आया है, वो सिर्फ एक बेटी की हत्या की कहानी नहीं है, बल्कि एक ऐसे समाज की परतें खोलता है जहां अब भी लड़की की कामयाबी को पचाना कई लोगों के लिए मुश्किल है।
क्या है मामला?
गुरुग्राम के पालम विहार इलाके में रहने वाली टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की उसके पिता दीपक यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के वक्त राधिका रसोई में खाना बना रही थी, तभी दीपक ने अपनी .32 बोर की लाइसेंसी रिवॉल्वर से उस पर तीन गोलियां दाग दीं।
एफआईआर में दीपक यादव ने खुद स्वीकार किया है कि उसने गुस्से और मानसिक तनाव में यह कदम उठाया। उसकी वजह? समाज के ताने।
“बेटी कमाती है, बाप खा रहा है”
राधिका ने कंधे की चोट के बाद प्रोफेशनल टेनिस छोड़ दी थी, लेकिन खुद की एक टेनिस एकेडमी शुरू की। उसमें अच्छा पैसा आने लगा। लेकिन लोगों की बातें उसके पिता को चुभने लगीं —
“बेटी कमाती है, बाप खा रहा है।”
इन तानों ने दीपक यादव के अंदर की पुरुषवादी मानसिकता को जगा दिया। उसने राधिका से कई बार कहा कि वो एकेडमी बंद कर दे, लेकिन राधिका ने साफ कहा —
“मेरी जिंदगी के फैसले मैं खुद लूंगी।”
यही बात उसके लिए बर्दाश्त से बाहर हो गई, और उसने बेटी की आज़ादी पर गोली चला दी।
मां ने चुप्पी साध ली
राधिका की मां अंजू यादव ने पुलिस को बयान देने से इनकार कर दिया है। दीपक यादव के खिलाफ भारतीय न्याया संहिता (BNS) की धारा 103(1) और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
कौन थी राधिका यादव?
राधिका सिर्फ एक सामान्य खिलाड़ी नहीं थी —
ITF वर्ल्ड टेनिस रैंकिंग में 1638
AITA की टॉप 100 में
हरियाणा की चार सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ियों में
ट्यूनीशिया के W15 इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व
उसके सोशल मीडिया पर हज़ारों फॉलोअर्स थे। इंस्टाग्राम रील्स में उसका आत्मविश्वास और हौसला दिखता था — लेकिन वही रील्स समाज के लिए “तमाशा” बन गईं।