Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: कैलाशपुर गाँव के दलित समाज की 27 वर्षीय बहू कोमल और उसके गर्भावस्था शिशु की मौत 3 जनवरी को कृष्णा हॉस्पिटल दादरी में डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई। यह घटना गाँव में सदमे और गुस्से का कारण बनी, जिसके बाद पीड़ित परिवार ने न्याय की मांग की।

जांच की शुरुआत
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) नोएडा द्वारा गठित टीम ने घटना की जांच की। जांच के दौरान कृष्णा हॉस्पिटल दादरी को दोषी पाया गया। जांच रिपोर्ट में अस्पताल की लापरवाही और चिकित्सकीय गलतियों को मौत का मुख्य कारण बताया गया।
अस्पताल का लाइसेंस निरस्त

जांच के निष्कर्षों के आधार पर सीएमओ ने कृष्णा हॉस्पिटल दादरी का लाइसेंस और पंजीकरण निरस्त करने का फैसला लिया। यह फैसला पीड़ित परिवार के लिए न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद
पीड़ित परिवार को सीएमओ द्वारा निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया गया था। अस्पताल के दोषी पाए जाने के बाद परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। अब प्रशासन द्वारा अस्पताल के स्टाफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समाजवादी पार्टी के नेता अक्षय भाटी का योगदान
पीड़ित परिवार ने समाजवादी पार्टी के नेता अक्षय भाटी का विशेष आभार व्यक्त किया है। अक्षय भाटी ने परिवार के साथ खड़े होकर इस मामले को मजबूती से उठाया और न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आगे की कार्रवाई
अब प्रशासन द्वारा अस्पताल के स्टाफ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद है, और यह मामला चिकित्सा क्षेत्र में जवाबदेही और पारदर्शिता की मांग को और मजबूत करता है।