Greater Noida News ; ग्रेटर नोएडा में एक फ्लैट खरीद विवाद ने एक व्यक्ति की जान ले ली। फ्लैट बेचने वाले अंकुश शर्मा की हत्या कर दी गई, जिसका शव 14 दिन बाद टी सीरीज के खाली प्लॉट में झाड़ियों से बरामद किया गया। आरोपी, जो दिल्ली पुलिस में सिपाही है, को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी की पहचान
आरोपी का नाम प्रवीण है, जो कि दिल्ली पुलिस में आरक्षी के पद पर कार्यरत था और वर्तमान में निलंबित चल रहा था। प्रवीण ने फ्लैट खरीदने के लिए ब्रोकर संचित के माध्यम से संपर्क किया था।
फ्लैट खरीदने की प्रक्रिया
प्रवीण ने अंकुश शर्मा से एक फ्लैट के लिए 1 करोड़ 18 लाख रुपये में डील की थी, जिसमें 88 लाख रुपये की पहली किस्त और 30 लाख रुपये की दूसरी किस्त शामिल थी। हालांकि, अंकुश ने बाद में अतिरिक्त 20 लाख रुपये की मांग की, जिससे विवाद बढ़ गया।
हत्या की योजना
9 अगस्त 2024 को प्रवीण ने अंकुश को मिलने के लिए बुलाया और उसे लस्सी में नशीली दवा मिलाकर पिलाई। जब अंकुश बेहोश हो गया, तो प्रवीण ने उसे अपनी कार में ले जाकर हत्या कर दी।
शव की बरामदगी
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर अंकुश का शव बरामद किया। प्रवीण ने हत्या के बाद शव को टी सीरीज की जमीन पर छिपा दिया था।
पुलिस की कार्रवाई
डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने बताया कि पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हत्या में इस्तेमाल किया गया हथौड़ा और उसकी क्रेटा कार बरामद की है।
गुमशुदगी की रिपोर्ट
अंकुश के परिजनों ने 10 अगस्त 2024 को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सीसीटीवी फुटेज में अंकुश को आखिरी बार प्रवीण के साथ देखा गया था, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की और हत्या का मामला सामने आया।