Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दशकों पुरानी हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। इस मांग को एक जन-आंदोलन में बदलते देख, मेरठ बार एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की, जिसमें मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस सकारात्मक वार्ता के बाद क्षेत्र में उम्मीद की एक नई किरण जगी है।
मुख्यमंत्री से सकारात्मक चर्चा
मेरठ के सर्किट हाउस में हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा और महामंत्री राजेंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बात रखी। प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ अधिवक्ता एम.पी. शर्मा, जी.एस. धामा, नेपाल सिंह सोम, राजीव त्यागी और अमित राणा भी शामिल थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिनिधिमंडल को गंभीरता से सुना और उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी सरकार इस मांग को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि इस संवेदनशील विषय पर उनकी केंद्रीय विधि मंत्री से भी चर्चा हो चुकी है और जल्द ही एक सकारात्मक समाधान निकाला जाएगा। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि इस दिशा में ठोस कदम उठाने के लिए सरकार प्राथमिकता के साथ काम कर रही है।
जन-आंदोलन का रूप ले चुकी है मांग
यह मांग केवल वकीलों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए एक जन-आंदोलन का रूप ले चुकी है। लंबे समय से इस क्षेत्र के लोगों को न्याय के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर इलाहाबाद तक की यात्रा करनी पड़ती है, जिससे समय और धन दोनों की भारी बर्बादी होती है। इसी समस्या के समाधान के लिए हाईकोर्ट बेंच की स्थापना को एक महत्वपूर्ण और आवश्यक कदम माना जा रहा है।
उम्मीदों भरा भविष्य
मुख्यमंत्री से मिले इस सकारात्मक आश्वासन के बाद मेरठ बार एसोसिएशन और पूरे क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा ने इस सार्थक बातचीत के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि उन्हें विश्वास है कि यह लंबा संघर्ष जल्द ही अपनी मंजिल तक पहुंचेगा। इस मुलाकात को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में न्याय को सुलभ और सस्ता बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर माना जा रहा है, और अब सभी की निगाहें सरकार के अगले कदम पर टिकी हैं।