Noida / भारतीय टॉक न्यूज़ (संवाददाता) : जनपद गौतम बुद्ध नगर में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को डेंगू के 13 नए मामलों की पुष्टि हुई, जिससे इस साल जिले में डेंगू के मरीजों की कुल संख्या 284 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती मरीजों द्वारा दर्ज कराए गए गलत पते और फोन नंबर बन रहे हैं, जिससे रोकथाम के प्रयासों में बाधा आ रही है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को जिन 13 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई, उनकी जांच नोएडा के जिला अस्पताल में की गई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के तुरंत बाद मलेरिया विभाग की टीमें मरीजों के दिए गए पतों पर एंटी-लार्वा दवा का छिड़काव करने और निरोधक कार्रवाई के लिए निकलीं। हालांकि, टीमों को निराशा हाथ लगी जब पांच मरीजों के पते गलत पाए गए।
इस समस्या के कारण विभाग को तत्काल कार्रवाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिला मलेरिया अधिकारी श्रुति कीर्ति वर्मा ने बताया कि जब इन पांच मरीजों से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उनमें से दो ने सही पता बता दिया, जिसके बाद उनकी लोकेशन पर टीम भेजकर आवश्यक कार्रवाई की गई। लेकिन, तीन मरीज ऐसे थे जिनसे फोन पर भी संपर्क नहीं हो सका क्योंकि उनके फोन नंबर या तो बंद थे या उन्होंने फोन नहीं उठाया।
इस स्थिति के चलते इन तीन संक्रमित मरीजों के Wohnorten और आसपास के क्षेत्रों में एंटी-लार्वा का छिड़काव नहीं हो पाया है, जिससे संक्रमण के और फैलने का खतरा बना हुआ है। श्रुति कीर्ति वर्मा ने कहा, “हमारी टीमें लगातार इन तीन मरीजों से संपर्क साधने का प्रयास कर रही हैं ताकि उनके घरों तक पहुंचकर दवा का छिड़काव किया जा सके और आस-पास के क्षेत्र की निगरानी की जा सके।”
स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सभी निवासियों से अपील की है कि वे किसी भी बीमारी की जांच कराते समय, विशेषकर डेंगू की जांच के दौरान, अस्पताल में अपना सही और पूरा पता तथा चालू मोबाइल नंबर ही दर्ज कराएं। सही जानकारी न होने से स्वास्थ्य विभाग की टीमों को प्रभावित क्षेत्र में समय पर पहुंचने और आवश्यक कदम उठाने में देरी होती है, जिससे बीमारी को नियंत्रित करने के प्रयास कमजोर पड़ते हैं।
इस वर्ष डेंगू के बढ़ते मामले स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। विभाग द्वारा लगातार फॉगिंग और एंटी-लार्वा छिड़काव अभियान चलाने के बावजूद नए मामले सामने आ रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि डेंगू से बचाव के लिए जन-जागरूकता और सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है। लोगों को अपने घरों और आसपास पानी जमा न होने देने की सलाह दी जाती है, क्योंकि एडीज मच्छर साफ पानी में ही पनपता है।