पारिवारिक विघटन पर संवाद: गुर्जर आर्ट एंड कल्चरल ट्रस्ट की पहल, 18 अगस्त को होगी चर्चा।

2 Min Read
पारिवारिक विघटन पर संवाद: गुर्जर आर्ट एंड कल्चरल ट्रस्ट की पहल, 18 अगस्त को होगी चर्चा।

 

Noida News :  गुर्जर समाज में पारिवारिक विघटन और विवाह टूटने की बढ़ती समस्याओं पर चिंता जताई जा रही है। इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए गुर्जर आर्ट एंड कल्चरल ट्रस्ट द्वारा 18 अगस्त 2024 को नोएडा के सेक्टर 6 स्थित इंदिरा गांधी कला केंद्र में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस बैठक में समाज के कई प्रमुख सदस्य शामिल होंगे, जो इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए विचार-विमर्श करेंगे।

समस्या की गंभीरता:

गुर्जर समाज में विवाह के बाद पारिवारिक विघटन और शादी टूटने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। यदि इस समस्या का समाधान जल्द नहीं निकाला गया, तो यह न केवल बच्चों के भविष्य को प्रभावित करेगा, बल्कि कई परिवारों में कटुता भी पैदा कर सकता है।

मुख्य बिंदु पर चर्चा:

इस कार्यक्रम में निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी:

1. शादी क्यों टूट रही है और कैसे बचाई जा सकती है:
इस विषय पर विचार किया जाएगा कि विवाह के टूटने के कारण क्या हैं और उन्हें कैसे रोका जा सकता है।

2. पारिवारिक दखलंदाजी के दुष्परिणाम:
शादी के बाद लड़का-लड़की के परिवारों द्वारा व्यक्तिगत दखलंदाजी के प्रभावों पर चर्चा की जाएगी।

3. बेमेल शादियों के कारण:
बेमेल शादियों के होने के कारणों पर प्रकाश डाला जाएगा।

4. विवाह टूटने की कगार पर हैं उन्हें कैसे बचाएं:
वर्तमान में जिन विवाहों के टूटने की संभावना है, उन्हें कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है, इस पर विचार किया जाएगा।

5. समाज का योगदान:
पीड़ित पक्षों के लिए समाज द्वारा क्या योगदान दिया जा सकता है, इस पर चर्चा होगी।

6. संस्कार और शिक्षा:
ऐसे संस्कार, शिक्षा और सामाजिकता पर विचार किया जाएगा, जो विवाह टूटने और दहेज लेन-देन को रोकने में सहायक हो सकते हैं।

इस कार्यक्रम में समाज के कई प्रमुख सदस्य जैसे रामफूल सिंह भाटी, दिवाकर सिंह बिधुरी, रामकुमार तंवर, और अन्य उपस्थित रहेंगे। यह चर्चा समाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है, जिससे विवाह संबंधी समस्याओं का समाधान निकाला जा सके।

Spread the love
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
Exit mobile version