Noida News : मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भी नोएडा को निराशा का सामना करना पड़ा। गौतम बुद्ध नगर से मंत्री पद के दावेदार माने जाने वाले डॉ. महेश शर्मा को भारी अंतर से जीतने के बाद भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। डॉ. महेश शर्मा को 2014 की भाजपा सरकार में मंत्री का पद मिला था। उस समय उन्होंने जेवर में तत्कालीन मौजूदा हवाई अड्डे के लिए विभिन्न अनुमोदन प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ऐसा माना जाता है कि यूपी में कम सीटें जीतने और क्षेत्रों और जातियों की जरूरतों को पूरा करने के कारण उन्हें कैबिनेट में जगह नहीं मिली। आपको बता दें कि डॉ. महेश शर्मा ने नगर लोकसभा सीट रिकॉर्ड मतों से जीतकर हैट्रिक बनाई थी। उन्होंने 8 लाख 57 हजार 829 वोट पाकर गठबंधन के सपा उम्मीदवार डॉ. महेंद्र नागर को पांचवां स्थान मिला। उन्हें 59 हजार 472 मतों से हराया गया। वोटों की बात करें तो यूपी में उनकी संख्या सबसे अधिक है। यह एक बड़ी जीत है। उन्हें 59.69 प्रतिशत वोट मिले।

पहले कार्यकाल में मिला था मंत्री पद , इसके बाद दूसरे टर्म में नहीं मिल पायी जगह
डॉ. महेश शर्मा की गिनती भाजपा के शक्तिशाली नेताओं में की जाती है। उन्होंने लगातार तीन लोकसभा चुनाव जीते कर चुके हैं। वह नोएडा विधानसभा क्षेत्र से हैं। वह पहले भी विधायक रह चुके हैं। 2014 की मोदी सरकार में डॉ. महेश शर्मा को संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय मिला। इसके साथ ही वे नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्य मंत्री भी रहे। 2019 में फिर से मोदी सरकार बनी। इस बार उन्हें मंत्री पद नहीं मिला। इस बार जहां भाजपा राष्ट्रीय स्तर पर है लेकिन एक नुकसान हुआ है, जबकि डॉ. महेश शर्मा ने वोटों के मामले में यूपी में सबसे बड़ी जीत हासिल करके अपनी ताकत दिखाई है। इसके आधार पर माना जा रहा था कि उन्हें इस साल मंत्री पद मिल सकता है। समर्थकों को इसकी पूरी उम्मीद थी, लेकिन रविवार को शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची में उनका नाम शामिल नहीं था। समर्थक इससे निराश दिखे।
डॉ. महेश शर्मा ने कहा
डॉ. महेश शर्मा ने कहा है कि एनडीए ने पहली बार, दूसरी बार और तीसरी बार जीत हासिल की है। भविष्य में भी एनडीए की जीत होगी। हमने साथ मिलकर चुनाव लड़ा है। मोदी के नेतृत्व में हर कोई अपनी-अपनी भूमिका में काम करेगा। मोदी देश को आगे ले जाने के लिए काम कर रहे हैं।
समीकरण साधने की मजबूरी पड़ी भारी
इस बार जाति और क्षेत्र के समीकरण साधने के साथ-साथ एनडीए के सहयोगियों को भी साधने की मजबूरी है। यूपी में कम सीटें मिली हैं। ऐसे में यूपी में मंत्रियों की संख्या सीमित रखी गई। इसमें आरएलडी को भी साधना है। बीजेपी की ओर से डॉ. महेश शर्मा बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं, लेकिन जितिन प्रसाद इनसे भी सीनियर हैं। नोएडा को बीजेपी की सुरक्षित सीट भी माना जाता है। लिहाजा पार्टी ने बड़ी जीत को हलके में लिया है। एनसीआर और वेस्ट यूपी में मंत्रियों की संख्या को देखते हुए डॉ. महेश शर्मा का नंबर मंत्री पद के लिए नहीं आ सका।
एयरपोर्ट के काम में दिखाई थी तेज़ी
2014 के मंत्री कार्यकाल के दौरान डॉ महेश शर्मा ने गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर में कई विकास कार्य कराए थे। जेवर में नोएडा एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण से लेकर पर्यावरण के लिए NOC की कार्रवाई उन्होंने तेजी से कराई। इसके अलावा जेवर और दनकौर के मंदिरों के लिए स्पेशल ग्रांट दिलाई। दनकौर में द्रोण मंदिर का जीर्णोद्धार कराया ।
ऐतिहासिक! अभूतपूर्व!
आज़ राष्ट्रपति भवन में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के द्वारा तीसरी बार प्रधानमंत्री पद हेतु आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सम्मिलित होकर विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत निर्माण के ऐतिहासिक पलों का साक्षी बना।
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— Dr. Mahesh Sharma (मोदी का परिवार) (@dr_maheshsharma) June 9, 2024