Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: सूरजपुर जिला न्यायालय परिसर में सोमवार को उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब जिला दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन की एक बैठक में दो गुटों के बीच तीखी नोकझोंक और मारपीट हो गई। इस घटना के बाद वकीलों में भारी आक्रोश फैल गया, जिसके परिणामस्वरूप एक आपातकालीन बैठक बुलाकर वर्तमान कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया और नए कार्यवाहक अध्यक्ष का चुनाव कर लिया गया।
क्या है पूरा मामला?
विवाद की शुरुआत साइबर ठगी के शिकार लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए तैयार की जा रही एक सूची को लेकर हुई। अधिवक्ता संदीप भाटी ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने इस सूची पर चर्चा शुरू की, तो बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमेन्द्र भाटी और उनके समर्थकों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया। संदीप भाटी के अनुसार, प्रमेन्द्र भाटी और उनके साथी कोर्ट परिसर में अपनी मनमानी और दबंगई करते हैं, जिसका उन्होंने विरोध किया था। इस हमले के बाद संदीप भाटी ने सूरजपुर थाने में आरोपी अध्यक्ष और उनके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए शिकायत दी है।
ग्रेटर नोएडा में सूरजपुर जिला कोर्ट में वकीलों की आम सभा के दौरान वकीलों में जमकर मारपीट, बार के अध्यक्ष और उनके सहयोगियों पर लगा वकील संदीप भाटी को पीटने का आरोप। मारपीट के दौरान एक वकील घायल, पीड़ित पक्ष ने पुलिस से की शिकायत। @noidapolice @partap_nagar #Noida #GreaterNoida pic.twitter.com/HzL9TCAUMY
— BT News |Bharatiya Talk| (@BharatiyaTalk) June 9, 2025
कार्यकारिणी बर्खास्त, नए अध्यक्ष का चुनाव
मारपीट की घटना के बाद नाराज अधिवक्ताओं ने एक आपातकालीन सभा का आयोजन किया। इस सभा में सर्वसम्मति से वर्तमान कार्यकारिणी को भंग करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही, पीड़ित अधिवक्ता संदीप भाटी को नया कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया। वहीं, बर्खास्त की गई कार्यकारिणी ने भी संदीप भाटी को एक नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा है, जिससे दोनों पक्षों के बीच तनाव और बढ़ गया है।
आगे की कार्रवाई और चेतावनी
इस घटना की सूचना जिला जज को दे दी गई है और बार के पूर्व अध्यक्षों ने भी इस तरह की हिंसा की कड़ी निंदा की है। वकीलों ने चेतावनी दी है कि यदि मंगलवार सुबह तक सूरजपुर थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है, तो वे थाने का घेराव कर प्रदर्शन करेंगे। गौरतलब है कि आरोपी अध्यक्ष प्रमेन्द्र भाटी के खिलाफ पहले भी इलाहाबाद हाईकोर्ट में अवमानना की कार्यवाही चल चुकी है, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो गया है।