
Noida News : विपिन कुमार जायसवाल और मनीषा अग्रवाल का 30 साल पुराना रिश्ता अब हमेशा के लिए खत्म हो गया है। यह तलाक अब चर्चाओं में बना हुआ है। आइए जानते हैं इस तलाक की पूरी कहानी और क्यों यह मामला इतना सुर्खियों में है।
कोर्ट का आदेश
इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद, विपिन जायसवाल को अपनी पत्नी मनीषा को तलाक के लिए 3 करोड़ रुपये और नोएडा में स्थित एक फ्लैट देना होगा। यह मामला साल 2007 से शुरू हुआ था जब दोनों के रिश्ते में दरार आनी शुरू हो गई थी और घरेलू हिंसा का मामला भी सामने आया था। आखिरकार, यह मामला तलाक तक पहुंच गया।
फ्लैट की कहानी
साल 1999 में, कंपनी के मालिक विपिन ने अपनी पत्नी मनीषा के नाम पर नोएडा में एक फ्लैट खरीदा था। मनीषा के पिता की मौत के बाद, वह अपने बच्चों को लेकर अपनी मां के पास रहने लगी थीं। तब तक दोनों का रिश्ता ठीक चल रहा था, लेकिन साल 2007 में दोनों के बीच विवाद होना शुरू हो गया। बात लड़ाई-झगड़े और मार-पीट तक पहुंच गई।
घरेलू हिंसा के आरोप
साल 2007 में ही मनीषा ने अपने पति विपिन को नोएडा वाले फ्लैट से बाहर निकाल दिया। घरेलू हिंसा समेत कई मामले इस केस में दर्ज किए गए। आखिरकार, तलाक तक बात आ पहुंची। पारिवारिक न्यायालय ने पत्नी के अलग रहने के आधार पर तलाक देने से इंकार कर दिया और तलाक का मामला खारिज कर दिया। इसके बाद यह मामला इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंचा।
हाईकोर्ट का फैसला
इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली और न्यायमूर्ति विकास कुमार की खंडपीठ ने विपिन कुमार जायसवाल की प्रथम अपील को स्वीकार करते हुए तलाक दे दिया है। कोर्ट के आदेश पर विपिन को मनीषा को 3 करोड़ रुपये और नोएडा का फ्लैट देना होगा। यह पूरी रकम उन्हें 6 हफ्तों के अंदर देनी होगी।
बच्चों का भविष्य
दोनों के दो बच्चे भी हैं, जिनका भविष्य अब इस तलाक के बाद अलग-अलग रास्तों पर जाएगा। कोर्ट के इस फैसले के बाद, दोनों के रास्ते हमेशा के लिए अलग हो गए हैं।
तलाक की वजहें , इस तलाक की मुख्य वजहें घरेलू हिंसा, आपसी विवाद और पारिवारिक समस्याएं थीं। साल 2007 से ही दोनों के बीच विवाद बढ़ते गए और आखिरकार तलाक तक बात पहुंच गई।