Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: ग्रेटर नोएडा। जनपद में शिक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के अभियान के तहत जिलाधिकारी मेधा रूपम ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। उन्होंने मलकपुर और सुत्याना के प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर शिक्षण गुणवत्ता और बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान मिली खामियों और शिक्षकों की उपस्थिति में लापरवाही को लेकर उन्होंने दो शिक्षकों का वेतन काटने और दो अन्य का वेतन रोकने के सख्त निर्देश दिए, जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।
जिलाधिकारी मेधा रूपम सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय मलकपुर पहुँचीं। यहाँ पहुँचकर उन्होंने प्रधानाध्यापक नीलम यादव से स्कूल की समस्याओं पर चर्चा की। प्रधानाध्यापक ने बताया कि नए भवन के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण जल्द ही निर्माण कार्य शुरू करने वाला है। डीएम ने कक्षाओं में जाकर बच्चों से गणित और हिंदी के सवाल पूछे और उनके शैक्षणिक स्तर का मूल्यांकन किया।
इसके बाद डीएम का काफिला सुत्याना स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुँचा। यहाँ उन्होंने परिसर की स्वच्छता, पेयजल की उपलब्धता, शौचालयों की हालत और छात्रों के लिए बैठने की व्यवस्था जैसी मूलभूत सुविधाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने स्कूल के प्रधानाचार्य को निर्देश दिए कि सभी व्यवस्थाओं को हर हाल में दुरुस्त रखा जाए।
दोनों ही स्कूलों के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने शिक्षा की गुणवत्ता में निरंतर सुधार लाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा, “छात्र-छात्राएं निर्धारित यूनिफार्म में ही स्कूल आएं और शिक्षक उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करें।”
निरीक्षण के अंत में, शिक्षकों की उपस्थिति और कार्य के प्रति उनकी जवाबदेही सुनिश्चित करने के उद्देश्य से डीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए दो कर्मचारियों का वेतन काटने और दो अन्य कर्मचारियों का वेतन तत्काल प्रभाव से रोकने के निर्देश दिए। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश गया है कि शिक्षण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।