Greater Noida / भारतीय टॉक न्यूज़: ग्रेटर नोएडा में अपनी मांगों को लेकर आंदोलन शुरू करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा को महज 24 घंटे के भीतर बड़ी सफलता मिली है। किसानों और प्रशासन के बीच हुई वार्ता के बाद 28 मार्च को प्रमुख सचिव स्तर पर एक महत्वपूर्ण बैठक तय हुई है। इस आश्वासन के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने अपना धरना स्थगित कर दिया है। यमुना प्राधिकरण कार्यालय में कई घंटों तक चली मैराथन वार्ता में किसानों को यह भी आश्वासन दिया गया कि उनकी मांगों पर विचार करने के लिए तीनों प्राधिकरण (यमुना, नोएडा और ग्रेटर नोएडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और जिला अधिकारी (डीएम) के साथ भी अलग-अलग बैठकें आयोजित की जाएंगी।
अधिकारियों ने दिया मांगों पर विचार का आश्वासन
यमुना प्राधिकरण कार्यालय में हुई उच्च स्तरीय वार्ता में किसान नेताओं ने अपनी विभिन्न मांगों को अधिकारियों के समक्ष रखा। किसान नेताओं ने बताया कि अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जिन किसानों की जमीन का अधिग्रहण हुआ है, उन्हें 10 प्रतिशत का आवासीय प्लॉट और 67 प्रतिशत का मुआवजा देने के मामले में सरकार को रिपोर्ट भेज दी गई है। इस पर अंतिम निर्णय शासन स्तर से लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, अधिकारियों ने जिले में जल्द ही सर्किल रेट बढ़ाने का भी आश्वासन दिया है, जो किसानों की एक प्रमुख मांग थी।
28 मार्च की वार्ता में होगा अंतिम फैसला, आगे की रणनीति तय
संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने स्पष्ट किया है कि वे वार्ता के माध्यम से ही अपनी सभी मांगों का समाधान चाहते हैं। 28 मार्च को प्रमुख सचिव के साथ होने वाली बैठक को लेकर किसान उत्साहित हैं और उन्हें उम्मीद है कि इस बैठक में उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा। हालांकि, किसान नेताओं ने यह भी कहा है कि यदि 28 मार्च की वार्ता में उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो बैठक के बाद वे आगे की रणनीति तय करने के लिए फिर से एकजुट होंगे। फिलहाल, मिले हुए आश्वासन के बाद किसानों ने अपना धरना स्थगित कर दिया है, जिससे आम लोगों ने राहत की सांस ली है।