Noida Driving license test News : नोएडा। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया गया है। अब एक अगस्त से स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए होने वाले टेस्ट के लिए लोगों को एआरटीओ (ARTO) कार्यालय नहीं बल्कि बिसाहड़ा स्थित शिवम मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में जाना होगा। विभागीय कार्यालय में टेस्ट के लिए उपयुक्त स्थान नहीं होने के कारण यह निर्णय लिया गया है।
प्रतिदिन 300 स्लॉट बुकिंग की सुविधा
शासन की ओर से जारी दिशानिर्देशों के अनुसार, प्रतिदिन 300 स्लॉट बुक किए जा सकेंगे। इस सेंटर में लोग वाहन चलाना भी सीख सकेंगे और पूरे टेस्ट की कैमरे में रिकॉर्डिंग की जाएगी। टेस्ट में पास होने के लिए नियमों का पालन अनिवार्य होगा।
भविष्य में और सेंटर खुलने की योजना
वर्तमान में केवल एक सेंटर बनाया गया है, लेकिन भविष्य में जिले में और भी सेंटर खोले जाने की योजना है। करीब एक वर्ष पहले विभाग ने इसके लिए आवेदन मांगे थे और अब दो ट्रैक बनकर तैयार हो चुके हैं। एक सेंटर को लाइसेंस जारी कर दिया गया है, जबकि दूसरे सेंटर का संचालन कागजी कार्रवाई के चलते अभी लंबित है।
वेबसाइट पर सेंटर का विकल्प
जिले में फिलहाल प्रति माह 3200 लाइसेंस जारी हो रहे हैं। अब नए चालकों को बिसाहड़ा में जाकर टेस्ट देना होगा। जब चालक स्थायी लाइसेंस के टेस्ट के लिए फॉर्म भरेंगे, तब उन्हें सेंटर का विकल्प चुनना होगा। अगले सप्ताह से एआरटीओ कार्यालय का विकल्प हटा लिया जाएगा। टेस्ट के बाद लाइसेंस को एआरटीओ स्तर से वेरिफाइड किया जाएगा।
दलालों से मुक्ति
नई व्यवस्था लागू होने के बाद दलालों की भूमिका समाप्त हो जाएगी। अब टेस्ट के आधार पर ही लोगों को पास किया जाएगा। एक व्यक्ति का टेस्ट लेने में 10 मिनट का समय लगेगा और सभी लोगों का टेस्ट स्लॉट के आधार पर ही लिया जाएगा। पास करने वाले लोगों को तुरंत सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा।
शिवम मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर के संचालक पवन बंसल ने बताया कि नई व्यवस्था से लोगों को दलालों से मुक्ति मिलेगी और टेस्ट के आधार पर ही लाइसेंस जारी किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश का पहला एडीटीसी
उत्तर प्रदेश में यह पहला एडीटीसी है जो गौतमबुद्ध नगर में बनाया गया है। भविष्य में ऐसे कई एडीटीसी प्रदेश भर में बनाए जाने की योजना है। दूसरा एडीटीसी दादरी में साईं फायर एप्लाइंसिस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से बनाया गया है, जो जल्द ही शुरू होगा।