गाजियाबाद का दूधेश्वर नाथ मंदिर: रावण की पूजा और गाय माता की अद्भुत कथा

Partap Singh Nagar
3 Min Read
गाजियाबाद का दूधेश्वर नाथ मंदिर: रावण की पूजा और गाय माता की अद्भुत कथा

 

Dudheshwar Nath Temple Ghaziabad: गाजियाबाद का दूधेश्वर नाथ मंदिर एक प्राचीन और अत्यधिक revered स्थल है, जो न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इसके पीछे कई रोचक कथाएं भी हैं। यह मंदिर त्रेतायुग से जुड़ा हुआ माना जाता है और यहां एक ऐसा कुआं है, जिसमें दूध जैसा पानी निकलता है। भक्तों का मानना है कि यहां भोलेनाथ के दर्शन करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

गाजियाबाद का दूधेश्वर नाथ मंदिर: रावण की पूजा और गाय माता की अद्भुत कथा
गाजियाबाद का दूधेश्वर नाथ मंदिर: रावण की पूजा और गाय माता की अद्भुत कथा

रावण का संबंध

दूधेश्वर नाथ मंदिर से जुड़ी एक दिलचस्प मान्यता है कि लंकापति रावण के पिता, विश्वश्रवा, यहां पूजा किया करते थे। मंदिर में एक गुफा भी है, जहां रावण और उसके पिता पूजा करते थे। कुछ कथाओं के अनुसार, रावण का पैतृक गांव बिसरख यहां से नजदीक ही है। हालांकि, यह गुफा अब बंद है और इसे एक साधारण कमरे में परिवर्तित कर दिया गया है, जहां मंदिर के महंत साधना करते हैं।

गाय माता की खोज

गाजियाबाद का दूधेश्वर नाथ मंदिर: रावण की पूजा और गाय माता की अद्भुत कथा
गाजियाबाद का दूधेश्वर नाथ मंदिर: रावण की पूजा और गाय माता की अद्भुत कथा

इस मंदिर से जुड़ी एक और अद्भुत कथा है कि एक समय में एक गाय रोज़ एक विशेष स्थान पर जाकर दूध गिराती थी। गाय के मालिक ने जब यह देखा, तो वह हैरान रह गया। उसने गांव वालों को इस बारे में बताया, और सभी ने मिलकर एक साधु के पास जाकर सलाह ली। साधु के कहने पर जब वहां खुदाई की गई, तो एक शिवलिंग मिला, जिसे विधिपूर्वक स्थापित किया गया।

 अद्भुत जल स्रोत

मंदिर के पास एक जल स्रोत भी है, जिसे कुएं के रूप में जाना जाता है। इस कुएं का पानी अद्भुत है, क्योंकि यह कभी मीठा और कभी दूध जैसा होता है। यह जल स्रोत आज भी भक्तों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

सावन का महीना भगवान शिव का प्रिय समय होता है, और इस दौरान भक्तों की संख्या में भारी वृद्धि होती है। 2 अगस्त 2024 को सावन शिवरात्रि के दिन, कांवड़ यात्री पवित्र नदियों के जल से शिव जी का अभिषेक करेंगे। दूधेश्वर नाथ मंदिर में हमेशा भक्तों की भीड़ रहती है, जो इस प्राचीन स्थल की महिमा को दर्शाती है।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। BharatiyaTalk News इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

Spread the love
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!