Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़ : थाना सेक्टर-39 पुलिस ने देर रात दिल्ली-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर चेकिंग के दौरान टप्पेबाज बदमाशों के एक गैंग के साथ मुठभेड़ की। इस मुठभेड़ में एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाकर चार अन्य बदमाशों को भी धर दबोचा। यह जानकारी डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने प्रेस वार्ता में दी।
पुलिस के अनुसार, 15-16 जुलाई 2025 की मध्यरात्रि को थाना सेक्टर-39 पुलिस दिल्ली-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर सेक्टर-37 की ओर जाने वाले कट के पास वाहनों की जांच कर रही थी। उसी दौरान, एक पीली नंबर प्लेट वाली स्विफ्ट डिजायर कार (नंबर डीएल 1जैडडी 3259) एक्सप्रेस-वे से दादरी रोड की तरफ आती दिखाई दी। पुलिस ने जब कार को रुकने का इशारा किया, तो उसमें सवार संदिग्ध व्यक्ति गाड़ी को रोकने की बजाय तेजी से भागने लगे।
संदिग्ध गतिविधि को देखते हुए पुलिस ने कार का पीछा किया। बदमाश घबराकर अपनी गाड़ी को ग्रीन बेल्ट में मोड़ ले गए, जहां उनकी कार अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकरा गई। कार रुकते ही, बदमाशों ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जो विकास पुत्र जय प्रकाश नामक एक बदमाश के पैर में लगी। विकास बिहार के भागलपुर का रहने वाला है और वर्तमान में दिल्ली के बबाना स्थित जे.जे. कॉलोनी में रहता है। पुलिस ने घायल बदमाश के कब्जे से एक .315 बोर का तमंचा, एक खोखा कारतूस और एक जिंदा कारतूस बरामद किया। घायल विकास को तुरंत उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।
मुठभेड़ के बाद, पुलिस ने इलाके में एक व्यापक कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया, जिसके परिणामस्वरूप विकास के चार अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए बदमाशों की पहचान रंजन पुत्र लक्ष्मण महतो, मोहम्मद कुर्बान पुत्र बाबू जान, पिंटू उर्फ संजय पुत्र सलमान और अमन पुत्र नन्हें मियां के रूप में हुई है। ये सभी दिल्ली के बबाना स्थित जे.जे. कॉलोनी के निवासी हैं, जबकि अमन मूल रूप से कासगंज के पटियाली का रहने वाला है।
पुलिस ने इन बदमाशों के कब्जे से उनकी स्विफ्ट डिजायर कार, दो रुमालों में बंधी कागज की गड्डियां (जिनमें से प्रत्येक पर एक-एक 500 रुपये का नोट लगा हुआ था), और पांच मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
डीसीपी यमुना प्रसाद ने बताया कि मुख्य आरोपी विकास एक आपराधिक पृष्ठभूमि वाला व्यक्ति है। उसके खिलाफ पहले से ही दिल्ली के विभिन्न थानों में धोखाधड़ी, चोरी और अन्य धाराओं के तहत चार मामले दर्ज हैं। इसके अतिरिक्त, नोएडा के थाना सेक्टर-39 में भी उसके खिलाफ धारा 307/34 आईपीसी (अब भारतीय न्याय संहिता की धारा 303(2) बीएनएस) के तहत एक और मुकदमा दर्ज है।
पुलिस गिरफ्तार किए गए सभी अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की गहन जांच कर रही है और उनके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। डीसीपी यमुना प्रसाद ने स्पष्ट रूप से कहा कि नोएडा पुलिस अपराधियों के खिलाफ अपनी सख्त कार्रवाई जारी रखेगी ताकि क्षेत्र में कानून और व्यवस्था को बनाए रखा जा सके।