गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का भंडाफोड़, काल्पनिक देशों का ‘राजदूत’ बन करता था ठगी, STF ने दबोचा

Fake embassy busted in Ghaziabad, used to commit fraud by posing as 'ambassador' of fictitious countries, STF arrested

Partap Singh Nagar
3 Min Read
गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का भंडाफोड़, काल्पनिक देशों का 'राजदूत' बन करता था ठगी, STF ने दबोचा

Ghaziabad News/ भारतीय टॉक न्यूज़ : उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) ने गाजियाबाद में एक ऐसे हाई-प्रोफाइल फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया है, जिसे सुनकर कोई भी हैरान रह जाए। एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने कविनगर इलाके की एक आलीशान कोठी में छापा मारकर एक अवैध दूतावास को पकड़ा और खुद को कई काल्पनिक देशों का “राजदूत” बताने वाले हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया है। यह शातिर ठग उन देशों के नाम पर लोगों को धोखा देता था, जिनका दुनिया के नक्शे पर कोई अस्तित्व ही नहीं है।

कैसे करता था धोखाधड़ी का संचालन?

एसटीएफ के अनुसार, आरोपी हर्षवर्धन जैन ने अपने फर्जीवाड़े का जाल बड़ी ही चालाकी से बुना था। वह खुद को ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा’ से प्रेरित होकर बनाए गए माइक्रोनेशन यानी काल्पनिक देशों जैसे वेस्ट आर्कटिका, सबोरगा, पोल्विया और लॉडोनिया का कौंसिल एंबेसेडर बताता था। लोगों पर अपनी धाक जमाने के लिए वह डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी लग्जरी गाड़ियों में घूमता था।

आरोपी ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्य वीआईपी हस्तियों के साथ अपनी मॉर्फ की हुई तस्वीरें तैयार करवा रखी थीं। इन्हीं तस्वीरों को दिखाकर वह लोगों को भरोसे में लेता था और उन्हें विदेशों में नौकरी दिलाने व अन्य काम करवाने के नाम पर मोटी रकम वसूलता था। शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि वह शेल कंपनियों के जरिए हवाला ट्रांजेक्शन भी करता था।

विवादों से पुराना नाता

यह पहली बार नहीं है जब हर्षवर्धन जैन कानून के शिकंजे में आया है। साल 2011 में भी उसे अवैध सैटेलाइट फोन रखने के आरोप में गाजियाबाद की कविनगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसियों को उसके तार पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव के करीबी रहे चंद्रास्वामी और अंतरराष्ट्रीय हथियार डीलर अदनान खशोगी से भी जुड़े होने के संकेत मिले हैं, जिसकी गहनता से जांच की जा रही है।

छापेमारी में एसटीएफ को क्या-क्या मिला?

एसटीएफ द्वारा की गई छापेमारी में हर्षवर्धन जैन के ठिकाने से धोखाधड़ी में इस्तेमाल होने वाली भारी मात्रा में सामग्री बरामद की गई है।

बरामदगी की सूची:

लग्जरी गाड़ियां: डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी चार लग्जरी कारें।

डिप्लोमैटिक पासपोर्ट: 12 माइक्रोनेशन देशों के फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट।

फर्जी मुहरें: विदेश मंत्रालय की नकली मुहरों सहित विभिन्न देशों और कंपनियों की कुल 34 मुहरें।

नकदी: लगभग 44.7 लाख रुपये कैश और कई देशों की विदेशी मुद्रा।

नंबर प्लेट: 18 अतिरिक्त डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट।

अन्य दस्तावेज: दो कूटरचित पैनकार्ड और फर्जी प्रेस कार्ड।

एसटीएफ ने आरोपी हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार कर कविनगर थाना पुलिस को सौंप दिया है, जहाँ उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है

 

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