Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: ग्रेटर नोएडा में मंगलवार को किसानों का गुस्सा एक बार फिर फूट पड़ा, जब शेष 4% आबादी भूखंड की मांग को लेकर सैकड़ों पीड़ित किसान ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के कार्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने मुख्य कार्यपालक अधिकारी के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसे उप जिलाधिकारी श्री मुकेश कुमार ने प्राप्त किया।
किसानों का कहना है कि उनकी जमीन अधिग्रहित किए जाने के वर्षों बाद भी उन्हें उनका पूरा हक नहीं मिला है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्राधिकरण ने 6% आबादी भूखंड देकर अपनी जिम्मेदारी पूरी मान ली है, जबकि समझौते के अनुसार 10% प्लॉट दिया जाना चाहिए था। इसी के तहत किसान अब शेष 4% भूखंड की मांग कर रहे हैं।
किसानों ने ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया कि पूर्व में तत्कालीन चेयरमैन श्री रमा रमन द्वारा किसान संगठनों के साथ हुए समझौते में यह स्पष्ट किया गया था कि विकास कार्यों में सहयोग करने के बदले किसानों को उचित मुआवजा और आबादी भूखंड दिए जाएंगे।
अब जबकि कई किसानों को 10% भूखंड मिल चुके हैं, और कुछ को केवल 6% ही दिए गए हैं, तो समानता के आधार पर बाकी किसानों को भी शेष 4% दिए जाने की मांग जायज मानी जा रही है।
चेतावनी: आंदोलन के लिए तैयार किसान
किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को जल्द नहीं माना गया तो वे प्राधिकरण के गेट पर भूख हड़ताल शुरू करेंगे और बड़ा जन आंदोलन खड़ा करेंगे। किसानों ने कहा कि यह उनके हक और सम्मान की लड़ाई है और अब पीछे हटने का कोई सवाल नहीं उठता।
सभी पीड़ित किसानों की सामूहिक उपस्थिति ने आंदोलन की एकजुटता को दिखाया और यह संदेश दिया कि न्याय न मिलने तक यह संघर्ष जारी रहेगा।