Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: नोएडा: समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद डिंपल यादव पर अशोभनीय टिप्पणी को लेकर एक निजी समाचार चैनल पर लाइव डिबेट के दौरान हुई मारपीट के मामले में मौलाना साजिद रशीदी समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। यह एफआईआर चैनल प्रबंधन की शिकायत पर नोएडा के सेक्टर-126 थाने में दर्ज हुई है। वहीं, मौलाना रशीदी ने भी अपने साथ मारपीट की शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप लगाया है। पुलिस दोनों पक्षों की शिकायतों की जांच कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
विवाद की शुरुआत ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी द्वारा कुछ दिन पूर्व सपा सांसद डिंपल यादव को लेकर की गई एक टिप्पणी से हुई थी। रशीदी ने डिंपल यादव के हाल ही में एक मस्जिद में जाने के दौरान उनके पहनावे को लेकर आपत्तिजनक और विवादित बयान दिया था। इस बयान को लेकर राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर तीखी प्रतिक्रिया हुई थी।
इसी मुद्दे पर मंगलवार को नोएडा स्थित एक समाचार चैनल के स्टूडियो में लाइव डिबेट का आयोजन किया गया था, जिसमें मौलाना साजिद रशीदी भी शामिल हुए थे। आरोप है कि डिबेट खत्म होने के ठीक बाद वहां मौजूद कुछ लोगों ने रशीदी के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसमें कुछ लोग मौलाना को थप्पड़ मारते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पुलिस ने दर्ज की दोहरी एफआईआर
चैनल प्रबंधन की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें मौलाना साजिद रशीदी, सपा से जुड़े बताए जा रहे कुलदीप भाटी, मोहित नागर और श्याम सिंह का नाम शामिल है। एडीसीपी सुमित शुक्ला ने बताया कि चैनल की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
दूसरी ओर, मौलाना साजिद रशीदी ने भी पुलिस को तहरीर दी है। अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि मंगलवार दोपहर करीब 3:10 बजे डिबेट खत्म होने के बाद तीन अज्ञात लोग उनके पास आए, गाली-गलौज की और फिर दो लोगों ने उन पर हमला कर दिया। रशीदी ने इस हमले को सुनियोजित बताते हुए इसके पीछे सपा कार्यकर्ताओं का हाथ होने का आरोप लगाया है। उनकी शिकायत पर पुलिस ने कुलदीप भाटी, मोहित नागर और श्याम सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
सपा कार्यकर्ताओं ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस बीच, खुद को समाजवादी युवजन सभा का पदाधिकारी बताने वाले कुलदीप भाटी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर मौलाना रशीदी पर हमले की जिम्मेदारी ली है। वीडियो में भाटी ने कहा है कि भारत की किसी भी महिला के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले का यही हश्र किया जाएगा। सपा के एक प्रवक्ता ने भी स्वीकार किया है कि आरोपी पार्टी के कार्यकर्ता हैं, लेकिन उन्होंने हिंसा का समर्थन करने से इनकार किया और कहा कि कानून अपना काम करेगा।
यह घटना अब राजनीतिक रंग भी ले चुकी है, जहां एक तरफ महिला सम्मान का सवाल उठाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ कानून हाथ में लेने को लेकर भी बहस छिड़ गई है।