New Delhi / Noida / भारतीय टॉक न्यूज़: हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद गौतमबुध नगर में यमुना नदी उफान पर है। नदी के जलस्तर में हो रही खतरनाक वृद्धि ने तटवर्ती और डूब क्षेत्र में बसे 30 से अधिक गांवों के लिए बाढ़ का गंभीर खतरा पैदा कर दिया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गया है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। अगले 48 घंटे इन गांवों के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।
हथिनीकुंड और ओखला बैराज से छोड़ा गया पानी
सिंचाई विभाग के अनुसार, हथिनीकुंड बैराज से 1 लाख 16 हजार क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया है, जिसके मंगलवार शाम तक नोएडा और ग्रेटर नोएडा के तटवर्ती इलाकों तक पहुंचने की प्रबल संभावना है। इसके साथ ही ओखला बैराज से भी पानी का निर्वहन किया गया है, जिससे नदी का जलस्तर और बढ़ गया है। इस दोहरे प्रभाव के कारण मोमनाथल, मोतीपुर, घरबरा, मलकपुर, याकूतपुर और कुलेसरा समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी घुसने की आशंका है।
अलर्ट मोड पर प्रशासन, स्थापित हुईं चौकियां
जिलाधिकारी मेधा रूपम स्वयं पूरी स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आपदा प्रबंधन की तैयारियों के तहत, संवेदनशील इलाकों में बाढ़ नियंत्रण चौकियां स्थापित कर दी गई हैं, जिन पर कर्मचारियों की 24 घंटे तैनाती सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) समेत अन्य बचाव एजेंसियों को भी किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह
प्रशासन ने डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों से अपील की है कि वे बिना किसी देरी के अपने कीमती सामान और मवेशियों के साथ सुरक्षित ऊंचे स्थानों पर चले जाएं। अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देश दिया गया है कि इन क्षेत्रों में स्थित गौशालाओं के लिए तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था की जाए, ताकि पशुधन को कोई हानि न हो। प्रशासन का कहना है कि वे स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।