Gautam Buddha Nagar Lok Sabha Election Result 2024 : गौतम बुद्ध नगर लोकसभा चुनाव के नतीजे आज आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश की गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होगी। दिल्ली से सटे होने के कारण यह सीट एन. सी. आर. का हिस्सा है। यह एक गर्म सीट है। मतगणना के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दूसरे चरण में 26 मार्च को गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट के लिए मतदान हुआ था, जिसमें पांच विधानसभा सीटें-नोएडा, दादरी, जेवर, खुर्जा और सिकंदराबाद शामिल हैं। इस बार गौतम बुद्ध नगर में 53.06 प्रतिशत मतदान हुआ।
नोएडाः गौतम बुद्ध लोकसभा सीट से कौन जीतेगा, इसका फैसला मंगलवार को होगा। इस सीट से 15 उम्मीदवार हैं। वे अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा के डॉ. महेश शर्मा, बसपा के राजेंद्र सोलंकी और सपा-कांग्रेस गठबंधन के डॉ. महेंद्र नागर के बीच है। तीनों उम्मीदवार अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं दावे करते हैं। मतदाता इस बात को लेकर भी उत्सुक हैं कि क्या भाजपा के डॉ. महेश शर्मा जीत की हैट्रिक बना पाएंगे या बीएसपी 2009 के इतिहास को दोहराएगी। सपा इस सीट से कभी नहीं जीत पाई है, इस बार सपा भी साइकिल से चुनाव लड़ने की उम्मीद कर रही है। एग्जिट पोल के बाद भाजपा अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रही है। भाजपा उम्मीदवार डॉ. महेश शर्मा 26 अप्रैल को दूसरे चरण के मतदान के बाद महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश में प्रचार के लिए गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट से रवाना हुए। गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट से 15 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। मुख्य मुकाबला भाजपा, बसपा और सपा-कांग्रेस गठबंधन के बीच वे चले गए। वह नोएडा लौट आए हैं। सोमवार को उन्होंने पूरे दिन पार्टी कार्यकर्ताओं और अधिकारियों के साथ बैठकें कीं। डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों और गृह मंत्री अमित शाह के कुशल प्रबंधन से जीत होगी।
वहीं, बीएसपी उम्मीदवार राजेंद्र सोलंकी और उनके समर्थकों ने ग्रेनो अंसल गोल्फ लिंक स्थित कार्यालय में बैठक कर रणनीति बनाई। उन्होंने कहा कि बीएसपी का 2009 का इतिहास दोहराया जाएगा। सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार डॉ. महेंद्र नागर ने पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ बैठक की और दावा किया कि इस बार गौतम बुद्ध नगर सीट पर साइकिल दौड़ तय है। आपको बता दें कि पहले यह सीट खुर्जा के नाम पर थी। आजादी के बाद, कांग्रेस ने लंबे समय तक इस सीट पर कब्जा किया। 1996 के बाद कमल खिल गया। गौतम बुद्ध नगर नए परिसीमन के बाद बीएसपी के सुरेंद्र नगर 2009 में बीएसपी के नाम पर रखी गई इस सीट से सांसद बने थे। 2014 और 2019 में भाजपा के डॉ. महेश शर्मा ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की। भाजपा का दावा है कि महेश शर्मा अपनी जीत के अंतर का पुराना रिकॉर्ड तोड़ देंगे। पिछले चुनाव में उन्होंने बीएसपी-एसपी के संयुक्त उम्मीदवार को लगभग तीन लाख 38 हजार मतों से हराया था। 2014 का चुनाव जो लगभग ढाई लाख मतों से जीता।
किस- किस क्षेत्र में कितने वोट पड़े हैं
नोएडा – 3,67,763
दादरी – 3,86,840
ज़ेवर – 2,04,204
खुर्जा – 2,33,921
सिकंदराबाद – 2,42,992
राजनेताओं का कद भी तय करेगा चुनाव परिणाम
जिले में इस समय सभी बड़े नेता भाजपा में हैं। बसपा में लोकल स्तर पर कोई बड़ा नेता नहीं है। सपा- कांग्रेस में कई नेता हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में संबंधित नेता पार्टी प्रत्याशी को कितना वोट दिलवा पाए। इससे उनका कद भी तय होगा। सबसे ज्यादा नजर भाजपा को गुर्जर और ठाकुर बहुल गांवों में मिलने वाले मतों पर रहेगी। पश्चिमी उप्र के गुर्जरों के कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री नरेंद्र भाटी ने इस चुनाव में गुर्जर बहुल गांवों में महेश शर्मा के लिए पंचायतें की थी। जाट बहुल गांवों में भी उनका असर माना जाता है। राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर ने दादरी क्षेत्र में नागर बहुल गांवों में पंचायत की थी। जेवर, रबूपुरा के ठाकुर बहुल गांवों में विधायक धीरेंद्र सिंह का प्रभाव माना जाता है। भाजपा हाईकमान की नजर भी इन गांवों में लगी है।