Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़ : कासना कोतवाली पुलिस ने ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में सक्रिय एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो कबाड़ियों को हथियार दिखाकर उनसे रंगदारी वसूलता था। इस गिरोह का वसूली का तरीका बेहद अनूठा था – ये कबाड़ियों द्वारा फैक्ट्रियों से खरीदे गए गत्ते पर एक रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से रंगदारी लेते थे। पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है, जबकि उनके पांच अन्य साथियों की तलाश जारी है।
वसूली का तरीका: धर्मकांटे पर निशाना
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह पहले इलाके में सक्रिय कबाड़ियों पर नजर रखता था और पता लगाता था कि कौन कब और कहाँ से गत्ता (कार्डबोर्ड) खरीद रहा है। जैसे ही कोई कबाड़ी फैक्टरी से गत्ता खरीदकर उसे तुलवाने के लिए पास के धर्मकांटे (वे-ब्रिज) पर पहुँचता, गिरोह के सदस्य उसे घेर लेते थे। वे हथियार दिखाकर कबाड़ी को धमकाते और तौले गए गत्ते के कुल वजन पर ₹1 प्रति किलो के हिसाब से रंगदारी की मांग करते थे। यदि कोई कबाड़ी पैसे देने से इनकार करता, तो आरोपी उसके साथ मारपीट करते और जान से मारने की धमकी देते थे।
रोजाना ₹60-70 हजार की अवैध कमाई
इस गिरोह ने ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के लगभग सभी गत्ता कबाड़ियों को अपना निशाना बना रखा था। चूंकि ज्यादातर गत्ता कबाड़ी बाहरी क्षेत्रों के होते हैं, वे डर के मारे पुलिस में शिकायत करने से कतराते थे। इसी का फायदा उठाकर यह गिरोह बेखौफ होकर रंगदारी वसूल रहा था। अनुमान है कि इस अवैध वसूली से गिरोह की प्रतिदिन की औसतन कमाई लगभग 60 से 70 हजार रुपये थी।
तीन आरोपी गिरफ्तार, हथियार बरामद
कासना कोतवाली पुलिस ने खुफिया जानकारी और शिकायतों के आधार पर कार्रवाई करते हुए गिरोह के तीन सदस्यों – सौरभ, ऋषभ भाटी, और सलमान – को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से रंगदारी वसूलने में इस्तेमाल होने वाले दो देशी तमंचे, जिंदा कारतूस और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है।
पांच साथियों की तलाश जारी
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पांच अन्य साथी दीपक, सौरभ (एक अन्य व्यक्ति), कपिल, सागर, अरविंद और कुछ अन्य लोग अभी फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है।
पुलिस ने गंभीरता से लिया मामला
कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि कबाड़ियों से छोटी-छोटी शिकायतें मिल रही थीं, जिन्हें गंभीरता से लिया गया। मामले की गहन जांच की गई, जिसके बाद केस पंजीकृत कर इस घटना का सफल अनावरण किया गया और आरोपियों की धरपकड़ संभव हो सकी। पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में इस तरह की आपराधिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।