Greater Noida News/ Bharatiya Talk News: ग्रेटर नोएडा के ओमिक्रोन-3 सेक्टर स्थित मिगसन अल्टिमो (Migsun Ultimo) हाउसिंग सोसाइटी में बुधवार देर रात एक दर्दनाक हादसे ने सबको झकझोर कर रख दिया। तेज आंधी और बारिश के बीच सोसाइटी की 21वीं मंजिल से लोहे का एक भारी-भरकम शेड नीचे टहल रहीं 50 वर्षीय सुनीता और उनके दो साल के नाती पर आ गिरा, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद सोसाइटी के निवासियों में बिल्डर प्रबंधन के खिलाफ भारी आक्रोश है। लोगों ने बिल्डर पर निर्माण में लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया और सड़क जाम कर दी।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, मृतका श्रीमती सुनीता (पत्नी मिथलेश, लगभग 50 वर्ष) अपने बेटी-दामाद जितेंद्र के पास मिगसन अल्टिमो (Migsun Ultimo) सोसाइटी के फ्लैट नंबर 603 में आई हुई थीं। बुधवार, 21 मई 2025 की देर रात वह अपने दो वर्षीय नाती के साथ सोसाइटी परिसर में टहल रही थीं। उसी दौरान तेज आंधी और बारिश शुरू हो गई। अचानक सोसाइटी की 21वीं मंजिल पर लगा लोहे का शेड टूटकर नीचे आ गिरा, जिसकी चपेट में आने से सुनीता और उनके नाती की दर्दनाक मौत हो गई।
#MIGSUNULTIMO : न्याय की आवाज़ दबाने के लिए छीने गए महिलाओं के फोन!
ग्रेटर नोएडा के MIGSUNULTIMO सोसायटी में देर रात टहल रही महिला और उनके दो साल के नाती की आंधी में लोहे का शेड गिरने से दर्दनाक मौत हो गई। आक्रोशित निवासियों ने बिल्डर प्रबंधन की लापरवाही के खिलाफ रोड जाम… pic.twitter.com/bLbMFOZruv
— BT News |Bharatiya Talk| (@BharatiyaTalk) May 22, 2025
पुलिस की कार्रवाई और बयान
घटना की सूचना मिलते ही सूरजपुर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि रात में 112 के माध्यम से सूचना मिली थी कि आंधी-तूफान में एक महिला के ऊपर रेलिंग गिरने से मृत्यु हो गई है। मौके पर जांच में पता चला कि मृतका श्रीमती सुनीता और उनके नाती (पुत्र जितेंद्र, उम्र करीब 2 वर्ष) के ऊपर किसी मंजिल से रेलिंग का जाल (शेड) गिरा था, जिससे महिला की मौके पर ही मृत्यु हो गई और बच्चे ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और अग्रिम आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जा रही है। पुलिस के अनुसार, कानून व्यवस्था संबंधी कोई समस्या नहीं है।
निवासियों का आक्रोश और बिल्डर पर लापरवाही का आरोप
इस दर्दनाक हादसे के बाद मिगसन अल्टिमो (Migsun Ultimo) सोसाइटी के निवासियों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने बिल्डर प्रबंधन की कार्यशैली और लापरवाही को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया। आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया और बिल्डर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। निवासियों का आरोप है कि सोसाइटी में निर्माण कार्य की गुणवत्ता बेहद खराब है और सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखा जाता, जिसके चलते आए दिन किसी न किसी चीज के गिरने से हादसे होते रहते हैं। उनका सवाल है कि आखिर इन सब चीजों पर कब अंकुश लगेगा?
पुलिस और बिल्डर पर गंभीर आरोप, समझौते का दबाव?
इस मामले में एक और गंभीर पहलू सामने आया है। प्रदर्शन कर रहे लोगों, खासकर महिलाओं ने पुलिस और बिल्डर के लोगों पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान उनके फोन छीन लिए गए और कुछ महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की भी हुई, जिससे उन्हें चोटें आई हैं। निवासियों का यह भी आरोप है कि उन पर दबाव डालकर जबरदस्ती समझौता कराने का प्रयास किया जा रहा है। महिलाओं ने बताया कि सूरजपुर थाने के एसएचओ ने कथित तौर पर वीडियो डिलीट करवाने और माफी पत्र लिखवाने के बाद ही फोन वापस देने की शर्त रखी।
न्याय की मांग
पीड़ित परिवार और सोसाइटी के निवासी इस घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए बिल्डरों की लापरवाही पर लगाम लगनी चाहिए।
#MIGSUNULTIMO : न्याय की आवाज़ दबाने के लिए छीने गए महिलाओं के फोन!
ग्रेटर नोएडा के MIGSUNULTIMO सोसायटी में देर रात टहल रही महिला और उनके दो साल के नाती की आंधी में लोहे का शेड गिरने से दर्दनाक मौत हो गई। आक्रोशित निवासियों ने बिल्डर प्रबंधन की लापरवाही के खिलाफ रोड जाम… pic.twitter.com/bLbMFOZruv
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