Greater Noida / भारतीय टॉक न्यूज़: ग्रेटर नोएडा में प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कब्जा और प्लॉटिंग का एक बड़ा मामला सामने आया है। इस मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने आठ लोगों के खिलाफ कोतवाली फेज टू में मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि ये लोग बिसरख जलालपुर गांव में प्राधिकरण की अर्जित भूमि पर कब्जा कर उसे बेचने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह कार्रवाई प्राधिकरण की ओर से अवैध अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा मानी जा रही है।
प्राधिकरण की शिकायत और आरोप
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वर्क सर्किल तीन के सहायक प्रबंधक राजीव कुमार ने कोतवाली फेज टू पुलिस में शिकायत दर्ज की। उनकी शिकायत के अनुसार, बिसरख जलालपुर गांव के डूब क्षेत्र में खसरा नंबर 322, 323, 325 और 332 पर कुछ लोग अवैध रूप से कब्जा कर रहे हैं। यह जमीन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अर्जित संपत्ति है, जिसे प्राधिकरण ने पहले ही अधिग्रहित कर लिया था। शिकायत में कहा गया है कि आरोपी इस जमीन पर न केवल कब्जा कर रहे हैं, बल्कि इसे प्लॉट के रूप में बेचने की गैरकानूनी गतिविधि में भी शामिल हैं।
आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा
पुलिस ने प्राधिकरण की शिकायत के आधार पर आठ लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। इनमें हमीरपुर की मनीषा अहवार, इटावा की कीर्ति यादव, जालौन की रेखा देवी, हमीरपुर की कस्तूरी देवी, मैनपुरी के अजय यादव, एटा के मोहन सिंह, मैनपुरी के राम सिंह और आजमगढ़ के ननकू प्रताप शामिल हैं। इन सभी पर प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कब्जे और प्लॉटिंग का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
डूब क्षेत्र में अवैध कब्जे का मुद्दा
बिसरख जलालपुर गांव का यह इलाका डूब क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां निर्माण और प्लॉटिंग की अनुमति नहीं है। इसके बावजूद, आरोपियों ने प्राधिकरण की जमीन पर कब्जा कर गैरकानूनी गतिविधियां शुरू कीं। प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि डूब क्षेत्र में अवैध कब्जे की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। यह मामला ग्रेटर नोएडा में भूमाफियाओं के बढ़ते हौसलों को भी उजागर करता है।
प्राधिकरण का सख्त रुख और पुलिस जांच
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अवैध कब्जे और प्लॉटिंग के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। सहायक प्रबंधक राजीव कुमार ने बताया कि प्राधिकरण अपनी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इस मामले में पुलिस को शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। कोतवाली फेज टू पुलिस ने पुष्टि की कि मामले की जांच चल रही है और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ उचित कदम उठाए जाएंगे।