Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: ग्रेटर नोएडा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। एक महिला, जिसने अपने पति और चार बच्चों को छोड़कर अपने प्रेमी के साथ रहने लगी थी, ने अपने प्रेमी से बच्चा न होने के कारण अपनी पड़ोसन की डेढ़ वर्षीय बच्ची का अपहरण कर लिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया है।
पड़ोसन की बच्ची का अपहरण, पुलिस में दर्ज हुई शिकायत
यूसुफपुर चक शाहबेरी गांव की रहने वाली रीता ने बिसरख थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। रीता ने बताया कि उसकी डेढ़ साल की बेटी को रेनू और दिनेश नाम के दो लोग बिना बताए कहीं ले गए हैं। रेनू, रीता के साथ 14जी एवन्यू गौर सिटी में सफाई का काम करती थी। शिकायत के आधार पर बिसरख पुलिस ने मामला दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू कर दी थी।
औलाद का सुख न मिलने पर रची साजिश
पुलिस जांच में सामने आया कि रेनू अपने प्रेमी दिनेश के साथ मिलकर बच्ची को चुराने की साजिश रची थी। पूछताछ में रेनू ने बताया कि दिनेश से उसे कोई बच्चा नहीं हो रहा था, जिसके कारण दोनों ने मिलकर रीता की बच्ची को चुराने की योजना बनाई।
सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस से मिली अहम जानकारी
पुलिस उपायुक्त जोन द्वितीय शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जिसमें रेनू बच्ची को गोद में लेकर जाती हुई दिखाई दी। इसके बाद, सर्विलांस और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से पुलिस को पता चला कि रेनू और दिनेश पहले भट्टों पर ईंट बनाने का काम करते थे।
हरियाणा के भट्टे से हुई गिरफ्तारी
मिली जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने कासगंज, अलीगढ़, इगलास, संत कबीर नगर, गाजियाबाद, राजस्थान और हरियाणा के विभिन्न भट्टों पर गहन तलाशी अभियान चलाया। अंततः पुलिस को सूचना मिली कि हरियाणा के भिवानी जिले के खोडी गांव में रेनू और दिनेश एक छोटी बच्ची के साथ काम कर रहे हैं और आज नोएडा अपना सामान लेने आने वाले हैं। सूचना मिलते ही बिसरख पुलिस ने आम्रपाली रिवर्र व्यू सोसायटी के पास से दोनों को गिरफ्तार कर लिया और बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया।
आरोपी महिला का विवाहित जीवन और प्रेम संबंध
पूछताछ में रेनू ने बताया कि उसकी शादी करीब 25 साल पहले राजवीर से हुई थी और उसके चार बच्चे हैं। लगभग चार साल पहले अलीगढ़ में अपने देवर की शादी में उसकी मुलाकात दिनेश से हुई और दोनों के बीच प्रेम संबंध स्थापित हो गए। इसके बाद रेनू अपने पति और बच्चों को छोड़कर दिनेश के साथ नोएडा में रहने लगी और गौर सिटी में सफाई का काम करने लगी, जहां उसकी मुलाकात अपहृत बच्ची की मां से हुई।
पुलिस टीम को मिलेगा इनाम
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए अपने पुराने मोबाइल और सिम तोड़कर फेंक दिए थे और भट्टों पर झोपड़ियों में छिपकर रह रहे थे। बच्ची को सकुशल बरामद करने वाली पुलिस टीम को पुलिस आयुक्त ने 25 हजार रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की है।