Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़ : उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025) ने अपने तीसरे दिन सफलता के सभी पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए। शनिवार को प्रदर्शनी स्थल पर 1.25 लाख से अधिक आगंतुकों का हुजूम उमड़ पड़ा, जिसने इस आयोजन को एक ऐतिहासिक मील का पत्थर बना दिया। तीन दिनों में कुल 2.65 लाख से अधिक लोगों की उपस्थिति के साथ, यह ट्रेड शो भारत के सबसे बड़े राज्य-स्तरीय व्यापार मंच के रूप में स्थापित हो गया है।
व्यापार और वैश्विक साझेदारी का नया अध्याय
ट्रेड शो का सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण अंतरराष्ट्रीय खरीदार-विक्रेता बैठक रही, जिसका आयोजन फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन्स (FIEO) ने किया। इस मंच ने उत्तर प्रदेश के उद्यमियों के लिए वैश्विक बाजार के दरवाजे खोल दिए। बैठक के परिणामस्वरूप 89 करोड़ रुपए के 288 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह भारी-भरकम निवेश इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि उत्तर प्रदेश अब अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बन चुका है।
‘लोकल से ग्लोबल’ का जलवा: ओडीओपी पवेलियन आकर्षण का केंद्र
‘एक जिला, एक उत्पाद’ (ओडीओपी) पवेलियन इस शो की जान बना रहा। 466 स्टॉलों वाले इस पवेलियन में दूसरे दिन ही 20.77 करोड़ रुपए के सौदों पर मुहर लगी, जो यूपी के स्थानीय उत्पादों की वैश्विक अपील को दर्शाता है। एमएसएमई मंत्री राकेश सचान की अध्यक्षता में हुए “लोकल से ग्लोबल” सत्र में ओडीओपी उत्पादों को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से विश्व मानचित्र पर स्थापित करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया गया।
युवा शक्ति और उद्यमिता का संगम: सीएम युवा कॉन्क्लेव
सीएम युवा कॉन्क्लेव ने प्रदेश के युवा उद्यमियों को एक बेमिसाल मंच प्रदान किया। तीन दिनों में 5,525 से अधिक व्यावसायिक पूछताछ और 3,500 पंजीकरण दर्ज किए गए। युवाओं ने निवेशकों और मेंटर्स के सामने 39 बिजनेस प्रेजेंटेशन दिए, जिससे यह कॉन्क्लेव नेटवर्किंग, मेंटरशिप और निवेश जुटाने का एक शक्तिशाली केंद्र बन गया।
कृषि, ग्रामीण विकास और फैशन का अद्भुत मिलन
तीसरे दिन कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने राज्य की “फूड बास्केट” का लाभ उठाने पर चर्चा की, जबकि मत्स्य पालन विभाग ने “ब्लू रिवोल्यूशन” के तहत जलीय कृषि की संभावनाओं को उजागर किया।
दिन का समापन एक शानदार खादी फैशन शो के साथ हुआ, जिसने खादी को ‘राष्ट्र के वस्त्र’ से ‘फैशन के वस्त्र’ तक की यात्रा को खूबसूरती से प्रस्तुत किया। शाम को पद्मश्री मालिनी अवस्थी के सुमधुर लोकगायन और कथक जैसे शास्त्रीय नृत्यों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसने इस सफल दिन को एक यादगार सांस्कृतिक उत्सव में बदल दिया।