Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: “विकसित भारत” और “चाँद पर पहुँच” की बातों के बीच, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के ग्रेटर नोएडा में लाखों लोग आज भी बिजली, पानी और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। सालों से अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद भी जब कोई सुनवाई नहीं हुई, तो अब इन निवासियों ने अपने हक़ की लड़ाई के लिए एक बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है। एकता सेवा समिति और एकता संघर्ष समिति के बैनर तले 14 कॉलोनियों के निवासी 24 अगस्त को ग्रेटर नोएडा से लखनऊ तक पदयात्रा करेंगे, ताकि अपनी आवाज सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचा सकें।
यह मामला ग्रेटर नोएडा के कुलेसरा से लखनवली के बीच बसी श्याम विहार, ओम विहार, परशुराम विहार, एकता कॉलोनी और मयूर कुंज जैसी 14 कॉलोनियों का है। इन कॉलोनियों में 10,000 से अधिक घर हैं और लगभग एक लाख की आबादी निवास करती है। समिति के अध्यक्ष उत्तम प्रकाश तिवारी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी पीड़ा बताते हुए कहा, “यह विडंबना है कि हम आधुनिक भारत में जी रहे हैं, लेकिन हमारे बच्चे आज भी अंधेरे में पढ़ने को मजबूर हैं। बिजली हर नागरिक का अधिकार है, लेकिन हम पिछले 8 सालों से इसके लिए संघर्ष कर रहे हैं।”
अधिकारियों पर टालमटोल का आरोप, बोले- ‘समाधान मुख्यमंत्री के पास है’
निवासियों का आरोप है कि वे पिछले 8 वर्षों से लगातार जिलाधिकारी, NPCL, एडीएम और अन्य सभी संबंधित अधिकारियों से मिलते रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें एक ही जवाब मिलता है कि उनकी समस्या का समाधान केवल मुख्यमंत्री स्तर पर ही हो सकता है। हैरानी की बात यह है कि इन्हीं कॉलोनियों में NPCL द्वारा 925 बिजली कनेक्शन पहले से दिए जा चुके हैं। समिति ने बताया कि उन्होंने 20 जून, 2025 को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने की मांग की थी, लेकिन 45 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
‘वोट वैध तो मकान अवैध कैसे?’
निवासियों ने सवाल उठाया कि जब चुनाव का समय आता है तो उनका वोट वैध माना जाता है, लेकिन चुनाव खत्म होते ही उनके खून-पसीने की कमाई से बने आशियाने को अवैध कह दिया जाता है। उत्तम प्रकाश तिवारी ने कहा, “असली दोषी वे प्रशासनिक अधिकारी हैं जिनकी निगरानी में ये कॉलोनियां बसीं, जहाँ रजिस्ट्री और दाखिल-खारिज तक हुआ। गरीबों पर कार्रवाई होती है, लेकिन असल दोषियों पर कोई आंच नहीं आती।” उन्होंने कहा कि ये घर एक दिन में नहीं बने, इन्हें बनने में 17-18 साल लगे हैं।
24 अगस्त को कुलेसरा से शुरू होगी पदयात्रा
शासन-प्रशासन से निराश होकर अब निवासियों ने लखनऊ कूच करने का फैसला किया है। यह पदयात्रा रविवार, 24 अगस्त, 2025 को सुबह 9:00 बजे कुलेसरा स्थित बाबा मोहन राम मंदिर से शुरू होगी। शुरुआत में 10 व्यक्ति इस पदयात्रा पर निकलेंगे, जिसका उद्देश्य मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्याओं को रखना और इन कॉलोनियों को नियमित करने की मांग करना है। इस लड़ाई में कुलेसरा की 14 कॉलोनियों के साथ चोटपुर, हैबतपुर और दुर्गा एनक्लेव के निवासी भी शामिल हैं।
आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अध्यक्ष उत्तम प्रकाश तिवारी के साथ गौरीशंकर, गणेश चौहान, पवन, मुरारी लाल, अब्दुल कलाम और किशन लाल समेत कई अन्य लोग मौजूद रहे।