Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़: ग्रेटर नोएडा के पुराने सेक्टरों में आए दिन पानी की मुख्य पाइपलाइन फटने की घटनाओं से नागरिक परेशान हैं। बार-बार हो रही इस समस्या के कारण लोगों को पानी की आपूर्ति बाधित होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हाल ही में अल्फा एक और अल्फा दो सेक्टर में एक सप्ताह के भीतर दो बार पाइपलाइन फटने से लगभग 20 हजार लोगों को 40 घंटे तक पानी के लिए तरसना पड़ा था। नागरिकों की इस परेशानी को गंभीरता से लेते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर के 9 सेक्टरों में पानी की मुख्य पाइपलाइन को बदलने का निर्णय लिया है।
यह भी देखे :
इन सेक्टरों में बदलेगी पुरानी पाइपलाइन, उच्च क्षमता की डीआई पाइप लगेगी
प्राधिकरण द्वारा योजना के पहले चरण में नौ सेक्टरों – अल्फा -1, अल्फा -2, बीटा -1, बीटा -2, गामा-1, गामा-2 और डेल्टा -1, डेल्टा -2 और डेल्टा -3 में लगभग दो दशक पहले बिछाई गई कास्ट आयरन (सीआई) पाइप लाइनों को बदला जाएगा। अब इन पाइपलाइनों की जगह उच्च क्षमता वाली डक्टाइल आयरन (डीआई) पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इस कार्य के लिए प्राधिकरण ने तेजी से तैयारी शुरू कर दी है और वर्तमान नेटवर्क में और क्या सुधार किए जा सकते हैं, इसका अध्ययन कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
डीआई पाइप अधिक टिकाऊ और उच्च क्षमता वाली, 40 करोड़ रुपये का आएगा खर्च
प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, डीआई पाइप पानी के उच्च दबाव को सहने में सक्षम हैं और इनकी आयु कम से कम 50 वर्ष होती है। जबकि सीआई पाइप की आयु लगभग 25 वर्ष ही होती है। अधिकारियों का कहना है कि डीआई पाइपलाइन लगने से भविष्य में पाइपलाइन फटने की समस्या से निजात मिलेगी और लोगों को निर्बाध जलापूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। अनुमान के मुताबिक, एक सेक्टर में पाइपलाइन बिछाने में लगभग चार करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इस प्रकार, 9 सेक्टरों में जलापूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त करने में कुल 40 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।