Greater Noida / भारतीय टॉक न्यूज़: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने भविष्य की विकास परियोजनाओं को गति देने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना पर काम शुरू कर दिया है। प्राधिकरण क्षेत्र में एक विशाल ‘लैंड बैंक’ बनाने की तैयारी कर रहा है, जिसके लिए बड़े पैमाने पर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इस योजना के तहत कुल 13,300 एकड़ जमीन सीधे किसानों से खरीदी जाएगी।
बजट में जमीन खरीद के लिए ₹5000 करोड़ आरक्षित
प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुणवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए वित्तीय प्रावधान पहले ही कर लिया गया है। मार्च महीने में आयोजित प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में वित्त वर्ष के लिए कुल ₹9,200 करोड़ का बजट प्रस्तावित किया गया था। इस बजट में से एक बड़ी राशि, यानी ₹5,000 करोड़, विशेष रूप से जमीन की खरीद के लिए आरक्षित रखी गई है, ताकि लैंड बैंक बनाने की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके।
एयरपोर्ट के कारण बढ़ी मांग, गौतमबुद्धनगर और अलीगढ़ के गांव शामिल
सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के अनुसार, क्षेत्र में नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (जेवर एयरपोर्ट) के आने से विकास की गति तेज हुई है और इसके परिणामस्वरूप जमीन की मांग में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। इसी बढ़ती मांग को पूरा करने और सुनियोजित विकास सुनिश्चित करने के लिए लैंड बैंक बनाना आवश्यक हो गया है। इस योजना में कुल 41 गांवों की जमीन शामिल है, जिनमें से 36 गांव गौतमबुद्धनगर जिले के हैं और शेष 5 गांव अलीगढ़ जिले के हैं।
किसानों से सीधे खरीदी जाएगी जमीन: सीईओ
प्राधिकरण की योजना के अनुसार, यह 13,300 एकड़ जमीन मध्यस्थों के बजाय सीधे किसानों से आपसी सहमति के आधार पर खरीदी जाएगी। इससे प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहेगी और किसानों को उनकी जमीन का उचित मूल्य मिलने में मदद मिलेगी। डॉ. सिंह ने स्पष्ट किया कि इन 41 चिन्हित गांवों की जमीन खरीदकर लैंड बैंक बनाने की योजना पर काम तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि भविष्य की औद्योगिक, वाणिज्यिक और आवासीय परियोजनाओं के लिए जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।