Greater Noida News / भारतीय टॉक न्यूज़: बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चला रहे बिजली विभाग को उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली, जब टीम ने चिटहैरा गांव में रिमोट कंट्रोल से चल रहे बिजली चोरी के एक बड़े और अनोखे मामले का पर्दाफाश किया। एक घर में मीटर के अंदर विशेष सेंसर लगाया गया था, जिसे उपभोक्ता रिमोट की मदद से बंद कर देता था, ताकि वास्तविक खपत दर्ज न हो सके। इस हाई-टेक तरीके को देखकर जांच करने पहुंची टीम भी हैरान रह गई।
गुरुवार को अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार के नेतृत्व में बिजली विभाग की एक टीम ने धूममानिकपुर और चिटहैरा गांव में सघन जांच अभियान चलाया। टीम के पहुंचते ही बिजली चोरी करने वालों में हड़कंप मच गया। चिटहैरा गांव में जब टीम ने एक घर की जांच की, तो पाया कि वहां केवल 8 किलोवाट का कनेक्शन स्वीकृत था, जबकि घर में एसी समेत अन्य उपकरणों को मिलाकर कुल 24 किलोवाट का लोड चल रहा था।
संदेह होने पर जब मीटर की गहन जांच की गई तो पूरा खेल सामने आया। मीटर के अंदर एक सेंसर चिप लगाई गई थी, जो सीधे एक रिमोट से जुड़ी थी। जब भी घर में ज्यादा बिजली का इस्तेमाल होता, तो उपभोक्ता रिमोट से सेंसर को सक्रिय कर मीटर की रिकॉर्डिंग को धीमा या बंद कर देता था, जिससे वास्तविक खपत मीटर में दर्ज ही नहीं होती थी।
16 घरों में पकड़ी गई बिजली चोरी, दर्ज होगा मुकदमा
अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार ने बताया कि इस अभियान के दौरान कुल 68 घरों के कनेक्शन जांचे गए, जिनमें से 16 स्थानों पर सीधे तौर पर बिजली चोरी पकड़ी गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि चिटहैरा में मिले हाई-टेक मामले समेत सभी 16 उपभोक्ताओं के खिलाफ बिजली अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही, टीम ने स्थानीय लोगों को बिजली चोरी न करने के लिए जागरूक किया और इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी जानकारी दी। लोगों को विभाग का टोल-फ्री नंबर भी उपलब्ध कराया गया ताकि वे बिजली चोरी से संबंधित कोई भी सूचना दे सकें।