Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़ : शहर के पॉश सेक्टर पाई-3 में पर्यावरण को लेकर एक गंभीर मामला सामने आया है। क्षेत्र की दो प्रमुख ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों—स्टेलर आइकॉन और यूनिटेक हाइट्स—के सामने स्थित हरित क्षेत्र से लगभग 100 पेड़ों की अवैध रूप से कटाई किए जाने की सूचना ने हड़कंप मचा दिया है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने मौके पर गाड़ी में लदी हुई लकड़ियों को देखा और तुरंत वन विभाग को सूचना दी। उनका आरोप है कि यह कटाई बिना किसी सरकारी अनुमति के की गई है, जिससे क्षेत्र की हरियाली को गंभीर नुकसान पहुंचा है। साथ ही, यह पर्यावरणीय संतुलन के लिए भी खतरा बन सकती है।
हरित क्षेत्र में अवैध गतिविधि का आरोप
निवासियों का कहना है कि जिस स्थान पर पेड़ काटे गए हैं, वह एक सार्वजनिक हरित क्षेत्र है जो वर्षों से आसपास के लोगों को स्वच्छ वातावरण और छाया प्रदान करता रहा है। “इतने बड़े पैमाने पर पेड़ों को काट देना न सिर्फ कानून के खिलाफ है, बल्कि यह पूरे इलाके की पारिस्थितिकी को भी प्रभावित करेगा,” एक स्थानीय निवासी ने कहा।
वन विभाग और पुलिस के बीच जिम्मेदारी का उलझाव
बीटा-2 कोतवाली के प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि अब तक इस मामले में पुलिस को कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पेड़ काटने के मामलों की जांच और कार्रवाई वन विभाग के अधीन आती है। वहीं, वन विभाग की ओर से अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह कटाई किसने और किस कारण से की।
निवासियों की मांग: हो सख्त कार्रवाई
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, वे चाहते हैं कि क्षेत्र की हरियाली को फिर से बहाल करने के लिए अभियान चलाया जाए।
नहीं थम रही पेड़ों की कटाई
धरा को हरियाली की चादर ओढ़ाने के लिए सरकार के द्वारा पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है। पूरे प्रदेश में करोड़ों की संख्या में पौधे लगाए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ गौतमबुद्ध नगर में पेड़ों की अवैध कटाई रुकने का नाम नहीं ले रही है। कुछ वर्ष पूर्व डीसीएम देबू कंपनी में भी 1000 से अधिक पेड़ों की अवैध कटाई हुई थी। मामला एनजीटी में चल रहा है। साथ कुछ दिनों पूर्व अल्फा 2 सेक्टर में भी रात के अंधेरे में नीलय स्क्वायर बिल्डर ने कई पेड़ों को काट दिया था। अब नया मामला सेक्टर चाई 3 में लगभग 100 पेड़ काटने का सामने आया है। मौके पर पहुंचे लोगों ने उस ट्रक को भी पकड़ लिया जिसमें काटने के बाद पेड़ रखे गए थे। काटे गए पेड़ों में साफ दिख रहा है कि वह हरे पेड़ थे। अब देखना है मामले में वन विभाग क्या कार्रवाई करता है।
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब देशभर में पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। ऐसे में ग्रेटर नोएडा जैसे तेजी से विकसित हो रहे शहर में हरियाली की रक्षा करना और भी जरूरी हो जाता है।