Meerut News : मेरठ के KMC अस्पताल पर एक गंभीर आरोप लगा है कि साल 2017 में एक महिला के ऑपरेशन के दौरान उसकी एक किडनी निकाल ली गई। महिला को इस बात का पता पांच साल बाद चला जब उसने अल्ट्रासाउंड कराया। शिकायत करने पर डॉक्टरों द्वारा कथित रूप से धमकाने और पुलिस द्वारा शुरुआती निष्क्रियता के बाद, अब कोर्ट के आदेश पर KMC अस्पताल के मालिक, उनकी पत्नी और चार अन्य डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

ऑपरेशन और किडनी गायब होने का खुलासा:
बुलंदशहर की रहने वाली कविता नामक महिला ने 2017 में पेट दर्द की शिकायत के बाद KMC अस्पताल में इलाज कराया था। 20 मई 2017 को उनका ऑपरेशन हुआ और 24 मई को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। कविता का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद भी उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ और उन्हें लगातार दर्द बना रहा। जब उन्होंने अल्ट्रासाउंड कराया तो पता चला कि उनकी एक किडनी गायब है।
शिकायत और धमकी:
कविता ने इस बारे में जब अस्पताल के डॉक्टरों से शिकायत की तो उन्होंने कथित तौर पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया, बल्कि उन्हें धमकाया गया और उनके घर गुंडे भेजे गए। कविता ने बुलंदशहर पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने शुरुआती छह महीनों तक कोई कार्रवाई नहीं की।
कोर्ट का हस्तक्षेप और मामला दर्ज:
पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर कविता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद नरसैना थाना पुलिस ने KMC अस्पताल के मालिक डॉ. सुनील गुप्ता, उनकी पत्नी डॉ. प्रतिभा और चार अन्य डॉक्टरों के खिलाफ मानव अंग तस्करी और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है।
आरोपियों पर लगी धाराएं:
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इन धाराओं में मानव अंग तस्करी, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश जैसे आरोप शामिल हैं।
जांच जारी:
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि वे सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रहे हैं और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।
पीड़िता की मांग:
पीड़िता कविता का कहना है कि उनके साथ बहुत अन्याय हुआ है और वे चाहती हैं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। उन्होंने यह भी मांग की है कि उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए।