स्वतंत्रता दिवस 2025: लाल किले से PM मोदी का ‘नए भारत’ का शंखनाद, ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ और दिवाली पर GST कटौती का ऐलान

Independence Day 2025: PM Modi's call for 'New India' from Red Fort, announcement of 'Mission Sudarshan Chakra' and GST reduction on Diwali

Partap Singh Nagar
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स्वतंत्रता दिवस 2025: लाल किले से PM मोदी का 'नए भारत' का शंखनाद, 'मिशन सुदर्शन चक्र' और दिवाली पर GST कटौती का ऐलान

New Delhi/ भारतीय टॉक न्यूज़ : भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। अपने 12वें स्वतंत्रता दिवस भाषण में उन्होंने ‘नए भारत’ की एक सशक्त और व्यापक परिकल्पना प्रस्तुत की, जो आत्मनिर्भरता, अभूतपूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक एकता के स्तंभों पर आधारित है। इस संबोधन में जहाँ एक ओर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से दुश्मनों को कड़ा संदेश दिया गया, वहीं ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ जैसी महत्वाकांक्षी रक्षा परियोजना की घोषणा कर देश की सामरिक शक्ति को नई दिशा दी गई। साथ ही, आम जनता को दिवाली का तोहफा देते हुए जीएसटी में बड़ी राहत का भी ऐलान किया गया।

राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘सुदर्शन चक्र’

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर दृढ़ संकल्प के साथ की। उन्होंने हाल ही में पहलगाम में आतंकी घटना के जवाब में भारतीय सेना द्वारा चलाए गए “ऑपरेशन सिंदूर” की पुरजोर सराहना की। उन्होंने कहा, “सेना को खुली छूट दी गई थी, और हमारी सेना ने जो कर दिखाया, वह सैकड़ों दशकों तक याद रखा जाएगा।”

आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का संकल्प दोहराते हुए पीएम ने पड़ोसी देशों को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले भी आतंकवादी हैं। अब परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।” यह संदेश स्पष्ट था कि भारत अपनी सुरक्षा से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगा।

इसी क्रम में, प्रधानमंत्री ने “मिशन सुदर्शन चक्र” की घोषणा कर देशवासियों में एक नया विश्वास जगाया। भगवान श्रीकृष्ण के चक्र से प्रेरित यह मिशन 2035 तक भारत के लिए एक अभेद्य रक्षा कवच का निर्माण करेगा। यह एक अत्याधुनिक, स्वदेशी हथियार और निगरानी प्रणाली होगी जो देश के रणनीतिक, नागरिक और धार्मिक स्थलों को हर खतरे से सुरक्षित रखेगी। रूसी S-400 प्रणाली से प्रेरित यह प्रणाली 400 किलोमीटर की रेंज में दुश्मन के विमानों, ड्रोन, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों को भेदने में सक्षम होगी। पीएम ने इसे ‘आत्मनिर्भर भारत’ का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह देश के युवाओं की प्रतिभा और शक्ति से साकार होगा।

अर्थव्यवस्था को त्योहारी तोहफा: “दोगुनी दीवाली”

आर्थिक मोर्चे पर देशवासियों को बड़ी राहत देते हुए प्रधानमंत्री ने अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों का ऐलान किया, जिसे उन्होंने “दोगुनी दीवाली” का तोहफा बताया। इस घोषणा के तहत, दिवाली के त्योहारी सीजन से ठीक पहले दैनिक उपयोग की वस्तुओं, मिठाइयों, उपहारों और अन्य त्योहारी सामग्रियों पर जीएसटी की दरों में कटौती की जाएगी। इस कदम का उद्देश्य न केवल आम आदमी को महंगाई से राहत देना है, बल्कि त्योहारी मांग को बढ़ाकर छोटे व्यापारियों और अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करना भी है। जीएसटी दरों की विस्तृत जानकारी जल्द ही जारी की जाएगी।

‘विकसित भारत’ का संकल्प और ‘नया भारत’ की नींव

पीएम मोदी ने 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को फिर से दोहराया। उन्होंने कहा कि ‘नया भारत’ का सपना तभी साकार होगा जब देश हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा। “आत्मनिर्भर भारत ही नये भारत की नींव है,” इस मंत्र पर जोर देते हुए उन्होंने स्वदेशी तकनीक, स्थानीय विनिर्माण और समावेशी विकास को भविष्य का मार्ग बताया। उन्होंने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि विकास का लाभ समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना उनकी सरकार की प्राथमिकता है।

सामाजिक एकता और संवैधानिक मूल्य

अपने संबोधन में पीएम ने संविधान निर्माताओं को नमन किया और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती पर उनके “एक राष्ट्र, एक संविधान” के योगदान को याद किया। अनुच्छेद 370 के उन्मूलन को उन्होंने राष्ट्रीय एकता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC), महिला सशक्तिकरण और स्वच्छता जैसे सामाजिक सुधारों पर भी जोर दिया, और MyGov व NaMo ऐप के माध्यम से मिले जनता के सुझावों को अपने भाषण में शामिल करने की बात कही।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने हाल ही में देश के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि संकट की इस घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा है।

विशेष आयोजन और भव्य समारोह

इस वर्ष का स्वतंत्रता दिवस समारोह कई मायनों में खास रहा। स्वच्छ भारत मिशन और जल जीवन मिशन में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 26 राज्यों के 85 ग्राम पंचायतों के सरपंचों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। समारोह के दौरान, दो Mi-17 हेलीकॉप्टरों ने तिरंगे और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ध्वज के साथ उड़ान भरते हुए लाल किले पर फूलों की वर्षा की, जो एक अद्भुत दृश्य था। समारोह की सुरक्षा के लिए 11,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई थी, जिसमें एंटी-ड्रोन यूनिट्स और आधुनिक निगरानी प्रणालियां शामिल थीं।

कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह भाषण ‘नए भारत’ के आत्मविश्वास, उसकी सामरिक शक्ति और उसके जन-केंद्रित विकास के दृष्टिकोण का एक स्पष्ट प्रतिबिंब था, जिसमें हर नागरिक से 2047 के ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करने के लिए एकजुट होकर प्रयास करने का आह्वान किया गया।

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