Greater Noida/ Jewar, भारतीय टॉक न्यूज़: गौतम बुद्ध नगर के जेवर थाना क्षेत्र में वर्ष 2020 में एक नाबालिग किशोर के साथ दरिंदगी और हत्या के सनसनीखेज मामले में अब आखिरकार न्याय की गूंज सुनाई दी है। अदालत ने इस जघन्य अपराध में शामिल दो दोषियों—साहिल पुत्र सलीम और इरफान पुत्र इसरहमान—को आजीवन कारावास की सजा सुनाते हुए उन पर 1 लाख 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। यह ऐतिहासिक फैसला सोमवार, 21 जुलाई 2025 को आया।
यह केस उत्तर प्रदेश पुलिस के ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत गौतम बुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में प्रभावशाली तरीके से सुलझाया गया। जेवर पुलिस, मॉनिटरिंग सेल और अभियोजन इकाई की मेहनत ने इस मुकदमे को अंजाम तक पहुंचाया।
क्या था मामला?
घटना मई 2020 की है, जब एक नाबालिग किशोर अचानक लापता हो गया था। जेवर थाना क्षेत्र में दर्ज एफआईआर संख्या 150/2020 के तहत अपहरण, यौन शोषण और हत्या के आरोप लगाए गए थे। बाद में पीड़ित का शव अलीगढ़ जिले में बरामद हुआ, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी।
जांच में सामने आया कि मोहल्ला मॉडल पुरिया निवासी साहिल और मोहल्ला कम्बूहान निवासी इरफान ने किशोर का अपहरण किया, उसका यौन शोषण किया और बाद में उसकी निर्मम हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने सबूत मिटाने की कोशिश की। मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 201, 363, 377 और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में दर्ज किया गया था।
कैसे हुआ दोष सिद्ध?
पुलिस और अभियोजन पक्ष ने इस केस में तकनीकी सबूत, डीएनए रिपोर्ट, गवाहों के बयान और कॉल डिटेल जैसे साक्ष्यों के सहारे मजबूत पैरवी की। इसके चलते अदालत ने दोनों अभियुक्तों को दोषी करार दिया और उम्रकैद के साथ भारी जुर्माने की सजा सुनाई।
कोर्ट के आदेश के अनुसार, लगाए गए जुर्माने की 80 प्रतिशत राशि पीड़ित परिवार को मुआवजे के रूप में दी जाएगी। यदि दोषी जुर्माना नहीं चुकाते हैं, तो उन्हें अतिरिक्त एक साल का कारावास भुगतना होगा।
पुलिस की प्रतिक्रिया
गौतम बुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने इस फैसले को ऑपरेशन कन्विक्शन की बड़ी उपलब्धि करार दिया। उन्होंने कहा कि यह फैसला साबित करता है कि न्याय व्यवस्था में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। “हम अपराधियों के खिलाफ न सिर्फ सख्त कार्रवाई करेंगे, बल्कि कोर्ट में प्रभावी पैरवी कर पीड़ितों को न्याय दिलाना सुनिश्चित करेंगे,” उन्होंने कहा।
समाज में न्याय का संदेश
इस मामले में तेजी से हुई कार्रवाई और कड़ी सजा ने न केवल पीड़ित परिवार को राहत दी है, बल्कि समाज में कानून के प्रति विश्वास को भी मजबूत किया है। पुलिस का कहना है कि भविष्य में भी ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई जारी रहेगी ताकि समाज में न्याय और सुरक्षा की भावना बनी रहे।