Greater Noida : ग्रेटर नोएडा, 1 जुलाई 2024 – गौतम बुध नगर के जमालपुर गांव के निवासी और प्रसिद्ध पहलवान जोंटी भाटी ने एक बार फिर देश का नाम रोशन किया है। जोंटी ने जॉर्डन में आयोजित 23वीं सीनियर एशिया चैंपियनशिप में 92 किलो भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का तिरंगा फहराया। इस शानदार उपलब्धि से न केवल उनके गांव में बल्कि पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई है।
जोंटी भाटी की ऐतिहासिक जीत
जोंटी भाटी ने अपनी मेहनत और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वियों को मात देते हुए फाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया और गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही जोंटी ने यह साबित कर दिया कि भारतीय पहलवान भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी धाक जमा सकते हैं।
गांव जमालपुर में खुशी का माहौल
जोंटी की इस ऐतिहासिक जीत के बाद गांव जमालपुर में खुशी का माहौल है। गांव के लोग ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मना रहे हैं और मिठाइयां बांट रहे हैं। जोंटी के परिवार और दोस्तों ने भी इस मौके पर अपनी खुशी जाहिर की। गांव के बुजुर्गों ने जोंटी को आशीर्वाद दिया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सम्मान
जोंटी भाटी को पहले भी कई सम्मान मिल चुके हैं, लेकिन पिछली बार उनकी उपलब्धि को और भी खास बना दिया था मुख्यमंत्री ने जोंटी को एक लाख रुपये और एक गदा देकर प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ पहलवान की उपाधि से नवाजा। इस सम्मान से जोंटी और उनके परिवार की खुशी दोगुनी हो गई थी ।
जोंटी भाटी का संदेश
अपनी जीत के बाद जोंटी भाटी ने कहा, “यह मेरे लिए बहुत गर्व का क्षण है। मैं अपने देश और गांव का नाम रोशन करने के लिए हमेशा मेहनत करता रहूंगा। मैं अपने कोच, परिवार और दोस्तों का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मुझे हमेशा समर्थन दिया।” जोंटी ने युवाओं को भी संदेश दिया कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें और कभी हार न मानें।
भविष्य की योजनाएं
जोंटी भाटी ने बताया कि उनकी नजर अब ओलंपिक पर है। वे ओलंपिक में भी देश के लिए गोल्ड मेडल जीतने का सपना देख रहे हैं और इसके लिए वे अपनी तैयारी को और भी मजबूत करेंगे। जोंटी की इस जीत से न केवल उनके गांव बल्कि पूरे देश को उन पर गर्व है।
जोंटी भाटी की इस ऐतिहासिक जीत ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उनकी इस सफलता से प्रेरित होकर कई युवा पहलवान भी अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित होंगे।