कचैड़ा की बेटी शिवांगी ने रचा इतिहास, बनीं करोड़पति सॉफ्टवेयर इंजीनियर , जश्न का माहौल

Kachada's daughter Shivangi creates history, becomes a millionaire software engineer, celebration ensues

Partap Singh Nagar
4 Min Read
कचैड़ा की बेटी शिवांगी ने रचा इतिहास, बनीं करोड़पति सॉफ्टवेयर इंजीनियर , जश्न का माहौल

 

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के कचैड़ा गाँव में इस बार नए साल का जश्न अनोखे अंदाज़ में मनाया गया। गाँव के लोग बाहर जाने की बजाय मास्टर धर्मपाल जी के घर पर एकत्रित हुए, जहाँ डीजे और लजीज व्यंजनों के साथ जश्न का माहौल था। यह जश्न गाँव की बेटी शिवांगी नागर की असाधारण सफलता का प्रतीक था, जिन्होंने गौतम बुद्ध नगर जिले में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

शिवांगी की ऐतिहासिक उपलब्धि

शिवांगी नागर जिले की पहली ऐसी बेटी हैं जिन्हें अमेरिका की प्रतिष्ठित ओरेकल कंपनी में 1 करोड़ 80 लाख रुपये के सालाना पैकेज पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में नियुक्त किया गया है। ओरेकल, विश्व की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी है, जिसका स्थान माइक्रोसॉफ्ट और गूगल के बाद आता है।

परिवार का गौरव

दिल्ली में शिक्षक रहे मास्टर धर्मपाल सिंह की पोती और एलआईसी के डेवलपमेंट ऑफिसर बिजेंद्र नागर और संगीता नागर की बेटी शिवांगी की इस उपलब्धि से पूरा परिवार बेहद खुश और गौरवान्वित है। क्षेत्र के लोग भी इस सफलता पर गर्व महसूस कर रहे हैं।

शैक्षणिक पृष्ठभूमि

शिवांगी को बचपन से ही घर में शैक्षिक माहौल मिला। उनके दादा धर्मपाल सिंह दिल्ली में अर्थशास्त्र के प्रवक्ता थे। उनकी बुआ आशा देवी और चाची संजना देवी दिल्ली शिक्षा विभाग में लेक्चरर हैं, और उनकी माता संगीता नागर हिंदी (अर्थशास्त्र) में परास्नातक हैं। उनके चाचा संजीव नागर नेवी से रिटायर होने के बाद वकालत कर रहे हैं।

पारिवारिक पृष्ठभूमि

शिवांगी के परदादा चौधरी नत्थे सिंह गाँव के दो बार प्रधान रहे हैं। उनके चाचा भुमेश नागर भी 2005 से 2010 तक गाँव के प्रधान रहे। इस प्रकार, शिवांगी का परिवार शैक्षिक, राजनीतिक और सामाजिक रूप से सक्रिय रहा है।

शिक्षा और करियर

शिवांगी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा बाल भारती पब्लिक स्कूल गाजियाबाद से पूरी की और इंटर तक दिल्ली में पढ़ाई की। फिर उन्होंने देहरादून की पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी से बीटेक किया। इसके बाद उन्हें मुंबई की सीमेंस इंजीनियरिंग कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में प्लेसमेंट मिला। उच्च शिक्षा के लिए वे अमेरिका गईं और ऑस्टिन की नार्थ ईस्टर्न यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में एमएस किया।

ओरेकल में नियुक्ति

शिवांगी की प्रतिभा को पहचानते हुए ओरेकल कंपनी ने उन्हें सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर नियुक्त किया। पिछले साल जुलाई में उन्हें 1 करोड़ 80 लाख रुपये के सालाना पैकेज पर यह नौकरी मिली।

सम्मान समारोह

नए साल पर शिवांगी के सम्मान में एक समारोह आयोजित किया गया, जिसमें गाँव और क्षेत्र के कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया और उन्हें आशीर्वाद दिया। इनमें पूर्व विधायक रूप चौधरी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य फकीर चंद नागर, समाजसेवी नेपाल सिंह कसाना, और कई अन्य प्रमुख लोग शामिल थे।

शिवांगी नागर की यह सफलता न केवल उनके परिवार और गाँव के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया कि दृढ़ संकल्प और उचित मार्गदर्शन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

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