Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा स्थित जैतपुर ऑफिस पर रविवार को किसान सभा की विस्तारित जिला कमेटी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की गई, जिसमें सैकड़ों पदाधिकारी, कार्यकर्ता और सदस्य शामिल हुए।
आंदोलन की उपलब्धियां और चुनौतियां
बैठक में किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ. रुपेश वर्मा ने बताया कि 16 सितंबर 2023 को प्राधिकरण के साथ सभी 21 मुद्दों पर समझौता संपन्न किया गया था। इस समझौते के तहत चार प्रतिशत अतिरिक्त प्लॉट का प्रस्ताव शासन के अनुमोदन के लिए प्राधिकरण द्वारा 2 नवंबर 2023 को भेजा गया था।
हाई पावर कमेटी की सिफारिशें
आंदोलन के अगले चरण में, 21 फरवरी को राजस्व परिषद के अध्यक्ष रजनीश दुबे की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई थी। इस कमेटी को 21 मई तक अपनी सिफारिशें देनी थीं, लेकिन सिफारिशें 31 अगस्त को सौंपी गईं और अभी तक किसानों को इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई है। जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के स्तर से सिफारिशें देखने तक उन्हें जाहिर नहीं किया जा सकता।
एसआईटी जांच रिपोर्ट पर बैठक का प्रस्ताव
किसान सभा ने बैठक में प्रस्ताव पास किया है कि एसआईटी जांच रिपोर्ट यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह के स्तर पर लंबित है। किसान सभा का एक डेलिगेशन 9 सितंबर को उनसे मिलकर जांच रिपोर्ट को जल्दी भेजने का अनुरोध करेगा।
बड़े आंदोलन की चेतावनी
जिला महासचिव जगबीर नंबरदार ने उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि डीएम गौतम बुध नगर सिफारिशें जाहिर नहीं करते हैं, तो 17 सितंबर को बड़ा आंदोलन किया जाएगा। आंदोलन की तारीख की अंतिम घोषणा भारतीय किसान परिषद और जय जवान जय किसान संगठन के साथ विचार-विमर्श के बाद की जाएगी।
बैठक में उपस्थित सदस्य
बैठक में किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर, अजब सिंह नेताजी, मगन भाटी, सलेक यादव, और अन्य कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने अपनी राय व्यक्त की और आंदोलन की रणनीति को मजबूत करने पर जोर दिया।
इस प्रकार, किसान सभा ने अपनी आवाज को उठाने और अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए एकजुटता दिखाई है। 9 सितंबर को सीईओ से मिलने के बाद, आगे की कार्रवाई की योजना बनाई जाएगी।