Greater Noida News/ भारतीय टॉक न्यूज़: गौतमबुद्धनगर के थाना रबूपुरा क्षेत्र में पुलिस ने एक संगठित ज़मीन घोटाले का पर्दाफाश किया है। तीन अभियुक्तों — प्रवीन कुमार उर्फ बादशाह, श्यामबाबू और जयकुमार को गिरफ्तार किया गया है, जिनके बैंक खातों में मौजूद 18 लाख रुपये फ्रीज कर दिए गए हैं।
यह मामला 7 जुलाई 2025 को दर्ज हुआ, जब एक पीड़ित किसान ने शिकायत दी कि ग्राम फलैदा बांगर स्थित 0.8170 हेक्टेयर भूमि (खसरा संख्या 212, खाता संख्या 200) को फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए बेच दिया गया। आरोपियों ने फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाकर श्यामबाबू को किसान घोषित किया और 9 अलग-अलग नामों पर ज़मीन रजिस्ट्री करा दी। विरोध करने पर पीड़ित के बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई। इस मामले में रबूपुरा थाने में बीएनएस की धारा 147/25, 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2), 352 और 351(3) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
जांच में सामने आया कि मास्टरमाइंड जयकुमार ने ज्यादा मुनाफा कमाने की लालच में ये साजिश रची। उसने मिलकर श्यामबाबू के नाम से जिला सहकारी बैंक रबूपुरा में खाता खुलवाया और स्थानीय लोगों को लाखों रुपये का लालच देकर इस घोटाले में शामिल किया। प्रवीन को गवाह बनाने के लिए 1 लाख रुपये देने की डील हुई, जिसमें से 20 हजार एडवांस दिए गए थे।
त्वरित पुलिस कार्रवाई में गिरफ़्तारी, बाकी आरोपी रडार पर
पुलिस ने 8 जुलाई 2025 को तेजी से कार्रवाई करते हुए फलैदा बांगर से धनपुरा मार्ग पर तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने उनकी बैंक डिटेल खंगालकर 18 लाख रुपये फ्रीज करा दिए हैं।
पुलिस अब इस मामले से जुड़े अन्य सहयोगियों की पहचान और भूमिका को लेकर जांच कर रही है। जिन लोगों को लाखों रुपये का लालच देकर इस धोखाधड़ी में शामिल किया गया था — जैसे संजू, सनी और लखपत उर्फ लखन — उनके खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
यह मामला ज़मीन से जुड़े दस्तावेज़ों और पहचान पत्रों के गलत इस्तेमाल की खतरनाक सच्चाई उजागर करता है। जिला प्रशासन और आम जनता दोनों के लिए यह चेतावनी है कि किसी भी जमीन सौदे से पहले दस्तावेजों की सघन जांच और सत्यापन बेहद जरूरी है।