New Delhi / भारतीय टॉक न्यूज़: एशिया की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली तिहाड़ जेल में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में दो कैदियों की मौत हो गई। दोनों कैदी जेल नंबर आठ-नौ में बंद थे और बागवानी के काम के लिए जाते समय 15 फीट गहरे बरसाती नाले में गिर गए। इस घटना ने जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शुरुआती जांच के बाद लापरवाही के आरोप में उपाधीक्षक समेत तीन जेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
मृतकों की पहचान अमित और विनय के रूप में हुई है, दोनों हत्या के एक मामले में सजा काट रहे थे। जेल के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, घटना सुबह करीब 8:30 बजे हुई जब दोनों कैदी बागवानी के लिए जेल की दो बाहरी दीवारों के बीच के रास्ते से गुजर रहे थे। इसी रास्ते के नीचे से एक ढका हुआ बरसाती नाला गुजरता है। बताया जा रहा है कि नाले के कुछ ढक्कन या तो खुले थे या गायब थे।
कैसे हुआ हादसा?
घटना के समय वॉच टावर पर तैनात आईटीबीपी के एक जवान ने एक कैदी को नाले में गिरते हुए देखा और तुरंत शोर मचाया। जब बचाव दल मौके पर पहुंचा तो दोनों कैदी नाले में अचेत अवस्था में मिले। उन्हें बाहर निकालकर सीपीआर दिया गया और तत्काल दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अनसुलझे सवाल और जांच
जेल प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि दोनों कैदी नाले के पास क्यों और किसके कहने पर गए थे, जबकि उन्हें वहां सफाई के लिए नहीं भेजा गया था। जेल नियमों के अनुसार, नालों की सफाई का काम लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) का होता है, न कि कैदियों का। आशंका जताई जा रही है कि एक कैदी का पैर फिसलने से वह नाले में गिर गया होगा और उसे बचाने के प्रयास में दूसरा कैदी भी उसमें कूद गया।
प्रशासन की कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए जेल मुख्यालय ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जेल के एक उपाधीक्षक, एक सहायक अधीक्षक और एक हेड वार्डर को निलंबित कर दिया है। घटना की विस्तृत जांच के लिए जेल के डीआईजी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा, मामले की न्यायिक और पुलिस जांच भी अलग से की जा रही है, ताकि घटना के हर पहलू का खुलासा हो सके। जेल प्रशासन सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रहा है ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके।