Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने योगी सरकार के बुलडोजर एक्शन पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस कार्रवाई को गलत बताते हुए कहा कि यह आपराधिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई का सही तरीका नहीं है। मायावती ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए, न कि किसी के परिवार या नजदीकी लोगों को सजा दी जानी चाहिए।
बुलडोजर बाबा की छवि पर सवाल
मायावती ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में बुलडोजर और राजनीति का गहरा संबंध है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ‘बुलडोजर बाबा’ के नाम से जाना जाता है, जो विद्रोहियों पर बुलडोजर के जरिए कार्रवाई करके उन्हें सबक सिखाते हैं। इस संदर्भ में मायावती ने यह सवाल उठाया कि क्या यह सही है कि राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह की कार्रवाई की जाए।
कानून का राज स्थापित करने की आवश्यकता
बसपा प्रमुख ने अपने बयान में यह भी कहा कि उनकी पार्टी की सरकार ने ‘क़ानून द्वारा क़ानून का राज’ स्थापित किया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि आपराधिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई सख्त कानूनों के तहत होनी चाहिए, और इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के आने वाले निर्णय का पालन किया जाना चाहिए।
1. देश में आपराधिक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई कानून के तहत् होनी चाहिए तथा इनके अपराध की सजा उनके परिवार व नजदीकी लोगों को नहीं मिलनी चाहिए। यह सब हमारी पार्टी की रही सरकार ने ’क़ानून द्वारा क़ानून का राज’ (Rule of Law By Law) स्थापित करके भी दिखाया है। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) September 3, 2024
अधिकारियों पर कार्रवाई की जरूरत
मायावती ने यह सुझाव दिया कि आपराधिक तत्वों के परिवारों पर बुलडोजर का इस्तेमाल करने के बजाय, संबंधित अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारी जो आपराधिक तत्वों के साथ मिलकर पीड़ितों को न्याय नहीं देते, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
सभी सरकारों को ध्यान देने की सलाह
अंत में, मायावती ने सभी सरकारों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान दें और सुनिश्चित करें कि कानून का पालन हो। उनका मानना है कि उचित कार्रवाई से ही समाज में न्याय और शांति स्थापित की जा सकती है।
इस प्रकार, मायावती का यह बयान योगी सरकार के बुलडोजर एक्शन पर एक महत्वपूर्ण चर्चा को जन्म देता है, जिसमें कानून और न्याय की भूमिका पर जोर दिया गया है।