Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय के सामने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अर्थी निकालने वाले मोहित नागर को रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उसे सोमवार की सुबह बिना किसी शोर शराबे के कोर्ट में पेश किया, जहां उसे 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया। यह घटना नोएडा पुलिस के लिए एक बड़ी परेशानी बन गई थी।
घटना का विवरण
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मोहित नागर, जो समाजवादी पार्टी युवाजन छात्र सभा के जिला अध्यक्ष हैं, ने किसानों की समस्याओं के नाम पर मुख्यमंत्री की अर्थी निकालकर उसमें आग लगा दी थी। इस अचानक हुए घटनाक्रम ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को भी चौंका दिया।
समाजवादी पार्टी का किनारा
इस पूरे प्रकरण पर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने मोहित नागर से किनारा कर लिया। पुलिस ने जिला अध्यक्ष सुधीर भाटी और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी से संपर्क किया, जिन्होंने इस कार्यक्रम के बारे में कोई जानकारी न होने की बात कही और इस तरह के कार्यक्रम का समर्थन नहीं किया।
राजनीतिक विरोध की सीमाएं
समाजवादी पार्टी के कई नेताओं ने छात्र सभा के बैनर के तहत किसान मुद्दों पर उग्र आंदोलन को गलत बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजनीतिक विरोध की सीमाएं होती हैं और किसी भी राजनेता को उन्हें नहीं लांघना चाहिए। कुछ नेताओं ने इसे मोहित नागर द्वारा जल्दी प्रसिद्धि पाने का प्रयास भी बताया।
गिरफ्तारी के बाद की स्थिति
घटना के बाद, मोहित नागर अंडरग्राउंड हो गया और पुलिस प्रशासन को चैलेंज करते हुए लगातार वीडियो जारी कर रहा था। उसने अपने फोन को स्विच ऑफ कर दिया था, लेकिन एक गलती के कारण पुलिस को उसकी लोकेशन का पता चल गया।
पुलिस की गंभीरता
नोएडा पुलिस की इस पूरे प्रकरण में गंभीरता इस बात से स्पष्ट होती है कि घटना क्षेत्र के पुलिस चौकी इंचार्ज तीन दिन तक मोहित नागर को ढूंढने में लगे रहे और पुलिस चौकी नहीं जा सके।
इस प्रकार, मोहित नागर की गिरफ्तारी ने एक बार फिर से राजनीतिक विरोध और उसके तरीकों पर सवाल उठाए हैं।