Film city Noida : उत्तर प्रदेश का नोएडा शहर जल्द ही फिल्म निर्माण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने जा रहा है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास 230 एकड़ में एक भव्य फिल्म सिटी का निर्माण किया जा रहा है, जो न केवल आधुनिक स्टूडियो से लैस होगी, बल्कि बॉलीवुड सितारों के लिए आलीशान विला भी प्रदान करेगी। यह परियोजना भारतीय सिनेमा के लिए एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।
बोनी कपूर की अगुवाई में विकसित हो रही है फिल्म सिटी
फिल्म निर्माता बोनी कपूर इस महत्वाकांक्षी परियोजना का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के सामने एक विस्तृत मास्टर प्लान प्रस्तुत किया है, जिसमें फिल्म सिटी के पहले चरण का लेआउट शामिल है। इस योजना के अनुसार, जनवरी के अंत तक निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
मास्टर प्लान को जल्द मिलेगी मंजूरी
बोनी कपूर और उनके कंसोर्टियम के प्रतिनिधियों ने दिसंबर के आखिरी हफ्ते में YEIDA के सीईओ अरुण वीर सिंह से मुलाकात की थी और फिल्म सिटी परियोजना का लेआउट प्लान सौंपा था। इस मास्टर प्लान को जल्द ही मंजूरी मिलने की संभावना है, जिससे परियोजना को गति मिलेगी।
पहले चरण में 1,500 करोड़ रुपये का निवेश
बोनी कपूर की फर्म बेव्यू प्रोजेक्ट्स को नोएडा के सेक्टर 21 में फिल्म सिटी के निर्माण, रखरखाव और संचालन का ठेका मिला है। इस परियोजना में नोएडा के रियल एस्टेट डेवलपर भूटानी इंफ्रा भी सहयोग कर रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, पहले चरण में लगभग 1,500 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
सितारों के लिए आलीशान विला
फिल्म सिटी के मास्टर प्लान में फिल्म सितारों के लिए विशेष सुविधाओं का प्रावधान है। यहाँ 15 तीन-बेडरूम वाले विला बनाए जाएंगे, जिनमें जिम, प्राइवेट स्विमिंग पूल और निजी कर्मचारियों के लिए जगह जैसी सुविधाएं होंगी। इन विला का उद्देश्य सितारों को शूटिंग के दौरान आरामदायक और सुविधाजनक वातावरण प्रदान करना है।
आधुनिक स्टूडियो और तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र
फिल्म सिटी में न केवल विला, बल्कि अत्याधुनिक स्टूडियो और तकनीशियनों को प्रशिक्षित करने के लिए एक विश्वविद्यालय भी होगा। यह फिल्म निर्माण के सभी पहलुओं को एक ही स्थान पर समेटने का एक प्रयास है।
भारतीय सिनेमा का भविष्य
नोएडा में बन रही यह फिल्म सिटी भारतीय सिनेमा के भविष्य को एक नई दिशा देने की क्षमता रखती है। यह न केवल फिल्म निर्माण को बढ़ावा देगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी और नोएडा को एक प्रमुख फिल्म निर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करेगी।