Greater Noida/ भारतीय टॉक न्यूज़ : 27 फरवरी 2025 को उत्तर प्रदेश के जेवर के निकट प्रस्तावित इंटरनेशनल फिल्म सिटी के भूखंड का कब्जा लेने के लिए मशहूर फिल्म निर्माता व निर्देशक बोनी कपूर और भूटानी ग्रुप के सीएमडी आशीष भूटानी मौके पर पहुंचे। यह परियोजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसे यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के सेक्टर-21 में 1000 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। पहले चरण में 230 एकड़ जमीन पर निर्माण कार्य शुरू होगा, जिसकी अनुमानित लागत 1510 करोड़ रुपये है। यह फिल्म सिटी न केवल भारतीय फिल्म उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाएगी।

परियोजना का महत्व और पृष्ठभूमि
उत्तर प्रदेश सरकार ने जेवर में इंटरनेशनल फिल्म सिटी के निर्माण को अपनी प्राथमिकता बनाया है। यह परियोजना नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निकट स्थित है, जो इसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनाता है। बोनी कपूर और भूटानी ग्रुप की संयुक्त कंपनी, बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी, ने पिछले साल जनवरी 2024 में 18 प्रतिशत राजस्व हिस्सेदारी की सबसे बड़ी बोली लगाकर इस प्रोजेक्ट को हासिल किया था। इसकी शुरुआत के लिए लंबे समय से तैयारियां चल रही थीं, और अब जमीन का भौतिक कब्जा लेने के साथ ही निर्माण कार्य शुरू होने की राह खुल गई है।
भूखंड का कब्जा और शुरुआती कदम
27 फरवरी 2025 को बोनी कपूर और आशीष भूटानी ने यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों की मौजूदगी में सेक्टर-21 में चिह्नित 230 एकड़ जमीन का कब्जा लिया। इस मौके पर बोनी कपूर ने कहा, “यहां विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिससे विश्वस्तरीय फिल्मों का निर्माण संभव होगा।” प्राधिकरण ने पहले ही जमीन को समतल करने और तारबंदी का काम पूरा कर लिया है। उम्मीद है कि मार्च 2025 से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा, जिसके पहले चरण को तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य है।
फिल्म सिटी की विशेषताएं और सुविधाएं
यह फिल्म सिटी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। पहले चरण में 230 एकड़ में फिल्म स्टूडियो, 3D स्टूडियो, वीएफएक्स और साउंड स्टूडियो, एडिटिंग सुइट्स, फिल्म इंस्टीट्यूट और एक एम्यूजमेंट पार्क बनाया जाएगा। इसके अलावा, दूसरे चरण में होटल, रिजॉर्ट, कमर्शियल स्पेस और एक विशाल “ॐ” संरचना का निर्माण होगा, जो अंतरिक्ष से भी दिखाई देगी। भूटानी ग्रुप के अनुसार, यह फिल्म सिटी 21 देशों की फिल्म सिटीज़ का अध्ययन कर तैयार की गई है और इसे कनाडा की कंपनी फोरेक ने डिज़ाइन किया है।
आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव
इस परियोजना से क्षेत्र में आर्थिक विकास को गति मिलेगी और हजारों लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। बोनी कपूर ने कहा, “यह फिल्म सिटी भारतीय और विदेशी फिल्म निर्माताओं के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनेगी।” यह न केवल फिल्म उद्योग को बढ़ावा देगी, बल्कि उत्तर प्रदेश की प्रतिभाओं को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का अवसर भी प्रदान करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रोजेक्ट जेवर को एक औद्योगिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।
भविष्य की योजनाएं और समयसीमा
फिल्म सिटी का निर्माण दो चरणों में पूरा होगा। पहले चरण में 230 एकड़ का विकास तीन साल में होगा, जबकि शेष 770 एकड़ का काम दूसरे चरण में पूर्ण किया जाएगा। कुल लागत 10,000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है। कंपनी को 90 साल का लाइसेंस दिया गया है, और प्रोजेक्ट में देरी होने पर प्रति दिन 10 लाख रुपये का जुर्माना लगेगा। बोनी कपूर और भूटानी ग्रुप ने इसे समय पर पूरा करने की प्रतिबद्धता जताई है।
जेवर में बनने वाली यह इंटरनेशनल फिल्म सिटी उत्तर प्रदेश के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगी। बोनी कपूर और आशीष भूटानी के नेतृत्व में यह परियोजना भारतीय सिनेमा को नई दिशा देगी और वैश्विक स्तर पर देश का नाम रोशन करेगी। जमीन का कब्जा लेने के साथ ही इस सपने को हकीकत में बदलने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और जल्द ही यह फिल्म सिटी सिनेमा प्रेमियों के लिए एक नया केंद्र बनकर उभरेगी।