Noida News : उत्तर प्रदेश की नोएडा अथॉरिटी में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक कदम उठाते हुए 6 अधिकारियों और कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। औद्योगिक विकास प्रमुख सचिव अनिल सागर द्वारा जारी किए गए इस सस्पेंशन आदेश ने विभाग में हलचल मचा दी है। इस कार्रवाई के बाद, नोएडा अथॉरिटी में बड़े बदलाव और सख्त एक्शन की संभावना जताई जा रही है।
ट्रांसफर नीति का उल्लंघन
सस्पेंड किए गए अधिकारियों के खिलाफ यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास विभाग द्वारा की गई है। विभाग ने बताया कि इन अधिकारियों ने ट्रांसफर के आदेशों के बावजूद नोएडा अथॉरिटी से रिलीव नहीं होने का निर्णय लिया। इसके अलावा, इन सभी ने अथॉरिटी से खुद को रिलीव करने के लिए कोई पत्र भी नहीं सौंपा, जिससे विभाग को यह कड़ा कदम उठाना पड़ा।
सस्पेंड किए गए अधिकारियों की सूची
सस्पेंड होने वाले अधिकारियों में सहायक विधि अधिकारी नरदेव, प्रबंधक प्लानिंग यूएस फारूकी, निजी सचिव विजेंद्र पाल सिंह कोमर, लेखाकार प्रमोद कुमार, सहायक विधि अधिकारी सुशील भाटी और प्रबंधक प्लानिंग सुमित ग्रोवर शामिल हैं। ये सभी अधिकारी नोएडा में महत्वपूर्ण पदों पर तैनात थे।
मंत्री की चेतावनी का असर
इस मामले में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने हाल ही में एक समीक्षा बैठक के दौरान इन अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर नाराज़गी जताई थी। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि ट्रांसफर के बावजूद अगर अधिकारी और कर्मचारी अपनी नई तैनाती की जगह पर नहीं जाते हैं, तो उन्हें सस्पेंड कर दिया जाएगा। इसके बावजूद, इन अधिकारियों ने मंत्री की चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया।
आगे की कार्रवाई की संभावना
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई केवल 6 अधिकारियों और कर्मचारियों तक सीमित नहीं है। विभागीय जांच में और भी अधिकारी संदेह के घेरे में हैं, जो ट्रांसफर के बावजूद अपनी जगह छोड़ने को तैयार नहीं थे। इस मामले में कुल 14 अधिकारियों की पहचान की गई है, जिन पर आगे और कार्रवाई हो सकती है। इन सभी अधिकारियों की पत्रावली मंगवाकर जांच की जा रही है, और अगले कुछ दिनों में और भी सस्पेंशन के आदेश जारी हो सकते हैं।