Noida News , भारतीय टॉक न्यूज़ : स्वच्छ सर्वेक्षण में देश में पहला स्थान पाने के लक्ष्य के साथ, नोएडा प्राधिकरण ने अपने स्वच्छता अभियान को और तेज कर दिया है। इसी कड़ी में, प्राधिकरण ने नियमों का उल्लंघन करने वाले प्रतिष्ठानों और दुकानदारों पर सख्त कार्रवाई की है। हाल ही में, सेक्टर-75 स्थित पंचशील प्रतिष्ठा अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन (AOA) पर ₹10 लाख का भारी जुर्माना लगाया गया, वहीं ग्राम अट्टा में दुकानदारों से 100 किलोग्राम से अधिक सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त किया गया।
पंचशील प्रतिष्ठा AOA पर लगा ₹10 लाख का जुर्माना
सोमवार को जन स्वास्थ्य विभाग के इंदु प्रकाश सिंह और परियोजना अभियंता गौरव बंसल के नेतृत्व में एक टीम ने पंचशील प्रतिष्ठा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान, प्राधिकरण को कई गंभीर अनियमितताएँ मिलीं। सबसे बड़ी समस्या सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट नियमों का उल्लंघन था। AOA परिसर में कचरे का ठीक से पृथक्करण (गीला, सूखा और बागवानी कचरा अलग-अलग) नहीं किया जा रहा था। इसके बजाय, सभी प्रकार का कचरा टावर 8 के बेसमेंट में एक साथ जमा किया जा रहा था, जिससे गंदगी और बदबू फैल रही थी।
इसके अतिरिक्त, यह पाया गया कि AOA द्वारा कचरा अनधिकृत कबाड़ियों को दिया जा रहा था, जो इसे सड़कों पर लापरवाही से फेंक रहे थे। परिसर में गंदे पानी के जमाव से मच्छरों का प्रजनन भी हो रहा था, जो निवासियों के लिए एक बड़ा स्वास्थ्य खतरा बन गया था। इन गंभीर उल्लंघनों के चलते, प्राधिकरण ने पंचशील प्रतिष्ठा AOA पर ₹10 लाख का जुर्माना लगाया और उन्हें नियमों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया।
अट्टा मार्केट में सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ कार्रवाई
इसी दिन, प्राधिकरण ने ग्राम अट्टा में सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान, मेसर्स वी.के. ट्रेडर्स, मेसर्स प्रेम डिस्पोजल और अन्य दुकानों से कुल 100 किलोग्राम सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त किया गया। प्राधिकरण ने सभी दुकानदारों को चेतावनी दी है कि भविष्य में अगर वे सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करते पाए गए, तो उन पर कड़ी आर्थिक कार्रवाई की जाएगी।
नोएडा प्राधिकरण ने शहर के निवासियों से अपील की है कि वे सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करें और उसकी जगह कपड़े के थैले का उपयोग करके शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने में अपना सहयोग दें।
इस निरीक्षण के दौरान आईईसी एक्सपर्ट अभिज्ञानम, गाइडेड फॉर्च्यून समिति (एनजीओ) के सदस्य और स्थानीय पुलिस टीम मौजूद रही। प्राधिकरण का यह कदम दर्शाता है कि वह स्वच्छ सर्वेक्षण में शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को गंभीरता से ले रहा है और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ किसी भी तरह की नरमी नहीं बरती जाएगी।