नोएडा पुलिस ने फर्जी ‘इंटरनेशनल पुलिस ब्यूरो’ का भंडाफोड़ किया, 6 गिरफ्तार

Noida police busts fake 'International Police Bureau', 6 arrested

Partap Singh Nagar
3 Min Read
नोएडा पुलिस ने फर्जी 'इंटरनेशनल पुलिस ब्यूरो' का भंडाफोड़ किया, 6 गिरफ्तार

Noida News /भारतीय टॉक न्यूज़: गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए ‘इंटरनेशनल पुलिस एंड क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो’ के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले एक संगठित गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह नोएडा के सेक्टर-70 में एक किराए के मकान से अपना फर्जी दफ्तर चला रहा था। ये आरोपी खुद को सरकारी अधिकारी बताकर आम जनता को धोखा दे रहे थे और उनसे डोनेशन के नाम पर पैसे ऐंठते थे।

 नोएडा पुलिस ने फर्जी 'इंटरनेशनल पुलिस ब्यूरो' का भंडाफोड़ किया, 6 गिरफ्तार

ऐसे हुआ गिरोह का पर्दाफाश

शनिवार रात को फेस-3 थाना पुलिस को इस फर्जीवाड़े की सूचना मिली, जिसके बाद उन्होंने सेक्टर-70 स्थित बीएस-136 मकान पर छापा मारा। पुलिस ने मौके से गिरोह के छह सदस्यों को रंगे हाथों पकड़ा। आरोपियों के पास से पुलिस की वर्दी, लोगो, और कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं। इनमें 9 मोबाइल फोन, 17 स्टाम्प मोहरें, 6 चेक बुक, 9 आईडी कार्ड, और 42,300 रुपये नकद शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस ने अंतर्राष्ट्रीय संस्था के बोर्ड, फर्जी सर्टिफिकेट, और वेबसाइट की जानकारी भी जब्त की है।

धोखाधड़ी का तरीका

पुलिस के अनुसार, ये आरोपी पुलिस जैसी वर्दी पहनकर और नकली लोगो लगाकर एक किराए के मकान में अपना फर्जी दफ्तर चलाते थे। वे खुद को ‘इंटरनेशनल पुलिस एंड क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो’ का अधिकारी बताते थे और लोगों को गुमराह करने के लिए आयुष मंत्रालय और जनजातीय मामलों के मंत्रालय जैसे सरकारी विभागों से मान्यता प्राप्त होने के फर्जी दस्तावेज दिखाते थे।

ठगी को विश्वसनीय बनाने के लिए, वे इंटरपोल और मानवाधिकार आयोग जैसी प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं से जुड़े होने का दावा भी करते थे। आरोपियों ने यूके में भी अपना दफ्तर होने की बात कहकर अपनी संस्था को एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन के रूप में पेश किया था। वे अपनी फर्जी वेबसाइट www.intlpcrib.in के माध्यम से लोगों से डोनेशन भी वसूलते थे।

 नोएडा पुलिस ने फर्जी 'इंटरनेशनल पुलिस ब्यूरो' का भंडाफोड़ किया, 6 गिरफ्तार

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान

सभी गिरफ्तार आरोपी पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। इनमें मुख्य आरोपी बिभाष चन्द्र अधिकारी (बीए) और अराग्य अधिकारी (बीए, एलएलबी) शामिल हैं। इनके अलावा, बाबुल चन्द्र मंडल, पिन्टू पाल, समापदमल और अशीष कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है। ये सभी अलग-अलग शैक्षिक योग्यता रखते हैं।

पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता है और इससे आम जनता को ऐसे फर्जी गिरोहों से सतर्क रहने में मदद मिलेगी। इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।

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